ज़िंबाबवे ने किया बड़ा कमाल
श्रीलंका के 316 रनों के स्कोर को बौना साबित कर दिया
गॉल: कमजोर मानी जाने वाली जिम्बाब्वे की टीम ने वनडे क्रिकेट में बड़ा कमाल किया है. टीम ने श्रीलंका के खिलाफ यहां पहले वनडे में 300 रन से अधिक के स्कोर को सफलतापूर्वक चेज करते हुए 6 विकेट की जीत हासिल की. मैच में पहले बैटिंग करते हुए श्रीलंका ने जब निर्धारित 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 316 रन बनाए तो उसकी जीत लगभग तय मानी जा रही थी. किसी को उम्मीद नहीं थी कि जिम्बाब्वे की टीम 317 रन का लक्ष्य हासिल कर पाएंगी. लेकिन जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों ने जीवट भरा प्रदर्शन कर इस लक्ष्य को मात्र चार विकेट खोकर हासिल कर लिया. मजे की बात यह रही कि सोलोमन मिरे (112) के शतक के दम पर जिम्बाब्वे की टीम ने 14 गेंद शेष रहते ही जीत हासिल कर लिया.
जिम्बाब्वे ने श्रीलंका के घर में अपने सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करने का रिकॉर्ड बनाया. टॉस जीतकर श्रीलंका ने बल्लेबाजी चुनी और कुशल मेंडिस (86), उपुल थरंगा (79) और दानुष्का गुणाथिलका (60) के अर्धशतकों की दम पर 316 रन बनाए. लग रहा था कि श्रीलंका आसानी से मैच जीत लेगा, लेकिन मिरे के शतक ने मेहमान टीम को आत्मविश्वास दिया और फिर सीन विलियिम्स (65) तथा सिकंदर रजा (67) ने उसे यादगार जीत दिलाई. जिम्बाब्वे ने इस बड़े लक्ष्य को 47.4 ओवरों में चार विकेट खोकर हासिल कर लिया. यह जिम्बाब्वे द्वारा हासिल किया गया सबसे बड़ा लक्ष्य है. इससे पहले उसने 2015 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 304 रनों का लक्ष्य हासिल किया था. यह श्रीलंका में हासिल किया गया अब तक का सबसे बड़ा लक्ष्य भी है. जिम्बाब्वे ने पहली बार श्रीलंका को श्रीलंका में मात दी है.
श्रीलंका की ओर से निर्धारित विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी जिम्बाब्वे को हालांकि अच्छी शुरुआत नहीं मिली और 12 के कुल स्कोर पर ही हेमिल्टन मासाकाद्जा (5) के रूप में अपना पहला और बड़ा विकेट खो दिया. क्रेग इरविन (18) भी ज्यादा कुछ नहीं कर सके और 46 के कुल स्कोर पर पेवेलियन लौट गए. यहां से मिरे और विलियम्स ने तीसरे विकेट के लिए 161 रनों की साझेदारी की. 96 गेंदों की पारी में 14 चौके मारने वाले मिरे को असेला गुणारत्ने ने 207 के कुल स्कोर पर आउट किया. विलियम्स भी 220 के कुल स्कोर पर आउट हो गए. यहां से रजा ने मैल्कम वाल्टर (नाबाद 40) के साथ मिलकर टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई.