सांस्कृतिक जड़ें देश की आत्मा: मुख्यमंत्री
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि वर्तमान प्रदेश सरकार लोगांे को बेहतर परिवहन सुविधा देने के लिए कृतसंकल्पित है। यात्राएं आदिकाल से विकास का प्रमुख कारक रही हैं। सांस्कृतिक जड़ें हमारे देश की आत्मा हैं। इसके दृष्टिगत देश, प्रदेश और समाज की प्रगति और विकास के लिए बेहतर परिवहन सेवाएं बहुत आवश्यक है। बेहतर परिवहन साधनों की वजह से आवागमन सरल और सहज होता है। परिवहन के साधनों से आर्थिक गतिविधियां तो सुगम होती ही हैं, साथ ही, सांस्कृतिक एकीकरण को भी बढ़ावा मिलता है।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान राज्य के मध्य बस सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए अन्तर्राज्यीय परिवहन समझौते पर हस्ताक्षर हेतु आयोजित कार्यक्रम में उक्त विचार व्यक्त कर रहे थे। इससे पहले राजस्थान सरकार के प्रमुख सचिव परिवहन श्री शैलेन्द्र अग्रवाल और उत्तर प्रदेश की प्रमुख सचिव परिवहन आराधना शुक्ला ने मुख्यमंत्री के समक्ष एम0ओ0यू0 पर हस्ताक्षर कर अभिलेखों का आदान-प्रदान किया।
योगी ने कहा कि भारत एक सम्प्रभु राज्य है, दो राज्यों के मध्य यह करार इस बात को सिद्ध भी करता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान भक्ति, शक्ति, शौर्य और पराक्रम की स्थली रही है। इन दोनांे राज्यों के मध्य धार्मिक एवं सामाजिक सम्बन्धों में काफी प्रगाढ़ता रही है। इसके साथ ही, दोनों राज्यों की शैक्षिक संस्थाओं एवं सांस्कृतिक धरोहरों में दोनों राज्यों के लोगों की पारस्परिक अभिरुचि भी असीम है। उन्होंने ने कहा कि प्रदेश कीे प्राचीन नगरी वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या व मथुरा दर्शन के लिए राजस्थान की जनता सहित प्रत्येक भारतीय आने को उत्सुक रहता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समझौते से दिल्ली, जयपुर, अजमेर, हरिद्वार, मेरठ, बीकानेर, गंगानगर, जोधपुर, उदयपुर, आगरा, अलीगढ़, मथुरा वृंदावन गोरखपुर, सोनौली, झांसी, फिरोजाबाद, कोटा, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, श्री माधोपुर, मुरादाबाद, सम्भल, वनस्थली, रूपेडिया, बरेली, इलाहाबाद, सवाईमाधोपुर, अलवर एवं कन्नौज आदि स्थान सीधी बस सेवाओं से जुड़ जाएंगे। इस करार के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान राज्य की बसांे को निकटस्थ राज्यों यथा मध्य प्रदेश एवं हरियाणा से भी गुजरने की व्यवस्था है। इस समझौते के तहत 199 मार्गों पर उत्तर प्रदेश परिवहन निगम द्वारा राजस्थान राज्य में प्रतिदिन कुल 56,774 किमी0 तथा राजस्थान पथ परिवहन निगम द्वारा उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन कुल 56,558 किमी0 का संचालन किया जाएगा।