जो नहीं मिलता उसे छीन लेना चाहिए, पर मर्यादा के दायरे में रहकर: धर्मपाल सिंह
मथुरा: उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी
का दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ करते हुए प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल
सिंह ने आज यहां कहा कि देश में पहली बार मोदी सरकार ने मुद्रा को छूकर
भ्रष्टाचार को खत्म करने का क्रान्तिकारी कदम उठाया है।
श्री सिंह राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित केडी डेन्टल कालेज सभागार में ’’
पत्रकारिता के मापदंड तब (पंडित दीनदयाल उपाध्याय, गणेश शंकर विद्यार्थी,
माखनलाल चतुर्वेदी, बाबू राव पराड़कर) और आज की पत्रकारिता’’ विषयक
राष्ट्रीय संगोष्ठी में बोल रहे थे। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रदेश
सरकार पत्रकारों से दूरी नहीं बढ़ा रही बल्कि उूल जलूल के विवादों से बचने
के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश सरकार के दो जिम्मेदार
मंत्रियों को पत्रकारों से वातचीत का दायित्व सौंपा गया है ताकि जनता के
बीच भ्रम की स्थिति उत्पन्न न हो। उन्होंने कहा कि देश की संपदा सोने
चांदी नहीं बल्कि नदियां हैं, नदियों में हमारी संस्कृति और सभ्यता रची
बसी है लेकिन नदियों को साफ रखना तब चुनौती पूर्ण है जब मरने के बाद
हमारी अस्थियां, राख , पशु शव , अधजले शव नदियों में बहा दिये जाते हैं।
कैबिनेट मंत्री ने वेदना ब्यक्त करते हुए कहा कि जब वे श्रममंत्री थे तब
उन्होंने पत्रकारों को मालिकों के उत्पीड़न से मुक्त कराने के लिए संघर्ष
किया अख़बार मालिकों को नोटिस भी जारी किये गये लेकिन पत्रकार ही इस लड़ाई
में उनका साथ छोड़ गये। श्री सिंह ने अंत में कहां कि हमारी मांगे मानी जानी
चाहिए नहीं तो छीनने के लिए संघर्ष भी जरूरी है लेकिन उसमें कानून की
मर्यादा भी बनीं रहनी चाहिए। प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री बलदेव सिंह
ने कहा कि पत्रकारों की लेखनी से कार्य पालिका सतर्क रहती है और उसपर काम
करने का दवाव बना रहता है | सत्य को उजागर करना काफी कठिन है जिसमें
पत्रकार उसके परिवार को जोखिम का सामना करना पडता है, इसके लिये उसे
सुरक्षा मिलना जरूरी है। उन्होंने कहा कि बगैर भेदभाव के देश और प्रदेश
की सरकारें जनहित के कार्यों को कर रहीं हैं जिसमें मीडिया का सहयोग
जरूरी है।
इन्डियन फैडरेशन ऑफ वर्किग जर्नलिस्ट (IFWJ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के.विक्रम राव
ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि फैडरेशन ने आजादी के
बाद से पत्रकारों की स्वतन्त्रता के लिये काफी महत्वपूर्ण कार्य किये
हैं। आगे भी फैडरेशन पत्रकार और उनके परिवारों के प्रति समाज और सरकार के
उत्तरदायित्वों के निर्वहन के प्रति पूरी तरह जागरूक है। फैडरेशन की ओर
से जिला कमेटी के प्रमुख सुनील शर्मा ने प्रदेश सरकार के सिचाई मंत्री
धर्मपाल सिंह को राज्यपाल के नाम सम्बोधित ज्ञापन सौंपा जिसमें पत्रकारों
को दुर्घटना या हादसे की स्थिति में परिवार के भरण पोषण हेतु 15 से 20
लाख रुपये की आर्थिक सहायता और साठ वर्ष के सीनियर सिटीजन पत्रकारों को
आय का कोई अन्य श्रोत न होने की स्थिति में दस हजार रुपये मासिक पैंशन
दिये जाने की मांग की गई है।
संगोष्ठी के संयोजक एवं इन्डियन फैडरेशन ऑफ वर्किग जर्नलिस्ट यूनियन के
राष्ट्रीय सचिव संतोष चतुर्वेदी ने संगोष्ठी में पधारे यूनियन के
राष्ट्रीय और प्रान्तीय पदाधिकारियों के साथ साथ अन्य पत्रकारों को
स्मृति चिन्ह स्वरूप राधा कृष्ण की युगल छवि भेंट कर सम्मानित किया।
संगोष्ठी में यूनियन के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष हवलदार सिंह, राजस्थान
प्रदेश अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह राठौर यूनियन के कानूनी सलाहकार अश्वनी
दुवे, यूनियन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष हसीब सिददकी राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष
श्याम बाबू आदि ने विचार व्यक्त किये तथा संगोष्ठी में कुंवर नरेन्द्र
सिंह, डा. अशोक अग्रवाल, आशुतोष गर्ग, पंडित भूपेश उपाध्याय, निरंजन
धुरन्दर, चन्द्र किशोर शर्मा, माता प्रसाद शर्मा, हरवेन्द्र चतुर्वेदी,
अमित शर्मा, गजेन्द्र चौधरी, प्रवेश चतुर्वेदी, यदुवंश मणि पावस, सुभाष
सैनी, कल्पना गर्ग, रिजवान अहमद, योगेश गौतम, दिनेश आचार्य, महेन्द्र
चौधरी, विजय नागपाल, योगेश आवा, विनोद चौधरी विटटू, गगन शर्मा, प्रमुखरूप
से मौजूद थे।