मुरादाबाद में बीजेपी सांसद ने सरकारी अधिकारी को जूतों से पीटा!
मुरादाबाद: मुरादाबाद में कानून व्यवस्था को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ समीक्षा कर रहे हैं. उनके कार्यक्रम के लिए मंच और पंडाल बनाने वाले कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) के महाप्रबंधक ने मुरादाबाद के बीजेपी सांसद कुंवर सर्वेश सिंह के खिलाफ जूतों से पीटने का आरोप लगाया है.
उन्होंने ठाकुरद्वारा थाने में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. इसबीच सांसद ने मारपीट के आरोप को झूठ करार दिया है. उन्होंने कहा, ऐसा कुछ नहीं हुआ था.
आरोपों के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम का मंच और पंडाल बनाने आए एलिम्को के महाप्रबंधक अशोक एसएन और असिस्टेंट मैनेजर अरुण मिश्र को सांसद कुंवर सर्वेश सिंह ने पीटा.
अफसर का आरोप है कि जब वे मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए आवश्यक तैयारी करा रहे थे तभी सांसद अपने करीब दर्जन भर लोगों के साथ आए. सांसद ने खुद एलिम्को के महाप्रबंधक को जूते से पीटा और कर्मचारियों को धमकी दी. किसी तरह वो जान बचाकर थाने पहुंचे हैं.
सीएम योगी के कार्यक्रम के लिए एलिम्को को 10 लाख रुपए में कार्यक्रम स्थल बनाने का ठेका दिया गया था. लेकिन तीन दिन में उन्होंने काम पूरा नहीं किया. आरोप है कि इसी बात से नाराज सांसद कुंवर सर्वेश ने शनिवार देर रात एलिम्को कम्पनी के अफसर की पिटाई कर दी. इस मामले में पुलिस ने शिकायत रिसीव कर जांच शुरू कर दी है.
महाप्रबंधक का कहना है कि वह सरकारी नौकर हैं. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के आयोजन के लिए आए थे और सांसद ने उनपर हमला किया.
पूरे मामले को लेकर बीजेपी सांसद कुंवर सर्वेश सिंह ने कहा, सीएम के कार्यक्रम के आयोजन के लिए एलिम्को को काम दिया गया था. लेकिन तीन दिन में इन्होंने कुछ भी काम नहीं कराया था. मजबूर होकर आखिरी वक्त में हमें अपने स्तर से टेंट वालों की मदद लेनी पड़ी. सांसद ने कहा, मारपीट जैसी कोई बात ही नहीं हुई. यह झूठ है.
दोनों ही मामलों में जब पुलिस मौके पर पहुंची तो गांव वालों की संख्या काफी ज्यादा थी. दोनों ही मामलों में पुलिस मौके पर कुछ कर नहीं पाई. कुछ लोगों ने तो पुलिस वालों पर भी हमला किया और घायल कर दिया. लोगों ने कार और पुलिस की जीप को भी आग के हवाले कर दिया था.
शनिवार को कई सौ गांव वालों ने बच्चों के अपहरण के शक में भीड़ द्वारा की गई इन हत्याओं के विरोध में जमशेदपुर में प्रदर्शन भी किया था. पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठी चार्ज भी किया और आंसू गैस के गोले भी दागे थे.
राज्य के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने इस घटना की निंदा की है और मरने वालों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये के मुआवजे की भी घोषणा की है.