गांजा तस्करी मामले में आरएसएस और विहिप नेताओं को जांच के दायरे में लाया जाए: रिहाई मंच
बलिया 19 मई 2017। रिहाई मंच ने बलिया स्टेषन से 36 किलो गांजा के साथ पकड़े गए विष्व हिंदू परिषद मऊ के पूर्व जिलाध्यक्ष रामाषीष राय के मामले में संघ परिवार और उसके दूसरे आनुषांगिक संगठनों को भी जांच के दायरे में लाने की मांग की है। मंच ने कहा है कि संघ परिवार के नेता केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही ड्रग्स सप्लाई और दूसरे अनैतिक कामों में सक्रीय हो गए हैं।
रिहाई मंच द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बलिया इकाई के सचिव मंजूर आलम ने कहा कि राष्ट्रवाद और भारतीय संस्कृति का नारा जपने वाले संघ परिवार और विष्व हिंदू परिषद के नेता का गांजा की तस्करी में धरा जाना संघ परिवार के असली चरित्र को उजागर करता है। उन्होंने मांग की है कि बलिया समेत पूरे पूर्वांचल में संघ परिवार और उसके विष्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे आनुषांगिक संगठनों के नेताओं और कार्यालयों पर छापा मार कर इन्हें जांच के दायरे में लाया जाए। उन्होंने दावा किया कि रामाषीष राय का अगर पुलिस नारको टेस्ट कराए तो संघ परिवार से जुड़े नषे के तस्करों का पूरा गिरोह पकड़ा जा सकता है बषर्ते कि पुलिस इच्छाषक्ति दिखाए।
रिहाई मंच नेता राज षेखर रवि और डाॅ ओवैस असगर ने कहा कि संघ परिवार के सदस्य भोले-भाले हिंदू परिवारों को भारतीय संस्कृति और देष भक्ति के नाम पर प्रवचन देकर भाजपा को वोट देने के लिए बरगलाते हैं और खुद गांजा और अफीम की तस्करी करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि संघ परिवार और उसका पूरा तस्कर नेटवर्क गरीब परिवारों के बेरोजगार युवकों को नषे का आदि बना कर उनका मुसलमानों के खिलाफ हिंसा में इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद आम हिंदू परिवारों को संघ परिवार के कार्यकर्ताओं से चैकन्ना रहने की जरूरत है।