दोनों पक्षों की तहरीर पर जांच में जुटी पुलिस

सुलतानपुर। वर्चस्व को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ के दो गुट विकास भवन के
सामने भिड़ गए। हाथापाई होते-होते एक-दूसरे का कपड़ा फाड़ने के साथ जमकर
लात-जूते चले काफी देर तक लोग तमाशबीन बने रहे। हालाकि तमाम लोगों ने
पहुंचकर उन्हे छुड़ाया। दोनों पक्षों ने कोतवाली में तहरीर दी है। पुलिस
मामले की छानबीन में जुटी है।

गुरूवार को प्राथमिक शिक्षक संघ के दो गुट विकास भवन के सामने भिड़
गए। एक गुट दिलीप कुमार पांडेय का है दूसरा गुट राजेन्द्र प्रसाद पंाडेय
का है। दोनों गुट अपने आप को असली बताते है। तीन दिन पूर्व केएनआईसी में
बैठक के दौरान राजेन्द्र पांडेय व दिलीप पांडेय के समर्थकों के बीच
कहा-सुनी हुई थी। बताया जाता है कि एक पक्ष ने दूसरे पक्ष से गाली-गलौज
की थी। दिलीप पांडेय का कहना है कि गुरूवार की अपराहन दो बजे उनके मोबाइल
पर फोन आया राजेन्द्र पांडेय ने उन्हे फोन कर विकास भवन के सामने बुलाया।
वह अपने साथ जनपदीय उपाध्यक्ष प्रशांत पांडेय के साथ पहुंचे तो राजेन्द्र
पांडेय के साथ विनय प्रजापति, राम आशीष मौर्या व कई अन्य लोग थे। तीन दिन
पूर्व की कहा-सुनी को लेकर विवाद होने लगा। बात बढ़ने पर दोनों पक्ष में
मारपीट शुरू हो गयी। एक-दूसरे के कपड़े फाड़ दिए गए। मारपीट को लेकर विकास
भवन के सामने अफरा-तफरी मची रही। काफी देर तक लोग तमाशबीन रहे। हालाकि
कुछ लोगों के हस्ताक्षेप पर मामला शांत हुआ। दोनों पक्षों ने कोतवाली में
तहरीर दी है। पुलिस छानबीन मे जुटी है। देर शाम तक मुकदमा नही दर्ज हुआ
था।

कुर्ता फांड राजनीति कर रहे गुरूजी

शिक्षा के मंदिर में गुरू की भूमिका अब राजनीति में भी प्रवेश कर गयी है।
बच्चों को शिक्षा देने के बजाय गुरूजी विभाग की राजनीति के आड़ में
राजनैतिक दलों में भूमिका निभा रहे है। विद्यालय मे रहने के बजाय इन
शिक्षकों का समय जिला मुख्यालय पर व्यातीत होता है। अखबारो में सुर्खियों
मे रहने के लिए नित नए प्रयोजित कार्यक्रम किए जाते है। जिनकी विज्ञप्ति
लेकर गुरूजी अखबारों के दफ्तर में पहुंचते रहते है। अपनी राजनैतिक मजबूती
के लिए शिक्षकों का दो गुट बन गया है। हालाकि वर्चस्व को लेकर दोनों में
अर्सें से जंग छिड़ी है। बेसिक शिक्षा महकमे में दिलीप पांडेय के गुट को
सही ठहराया है। नौनिहालों का भविष्य उज्जवल करने की जिम्मेदारी निभाने
वाले यह शिक्षक अब सड़क पर जूतमपैजार कर अपनी गरिमा गिरा रहे है।