विभाग को निगम नहीं बनने देंगे लोनिवि कर्मचारी
विभागाध्यक्ष का घेराव कर दर्ज कराया तीव्र विरोध
लखनऊ। इंजीनियर्स सेवा में ख्यातिप्राप्त और अंग्रेजी शासन काल से बने लोक निर्माण विभाग को शासन स्तर पर निगम बनाए जाने की सुगबुगाहट के असर मिलते ही लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी से लेकर अधिकारियों तक ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश की इंजीनियरिंग सेवा के समस्त विभागों के मार्ग दर्शक की भूमिका में रहने वाले लोक निर्माण विभाग को निगम बनाए जाने की हवा के खिलाफ विभाग के एक दो नही बल्कि 11 संगठनों ने एक जुट होकर विभागाध्क्ष इं. वी.के. सिंह का घेराव कर यह चेतावनी दी है कि अगर ऐसा हुआ तो पूरे संगठन एकजुट होकर वृहद आन्दोलन को तैयार है।
लोक निर्माण विभाग उत्तर प्रदेश को राजकीय विभाग से निगम बनाये जाने की सुगबुगाहट जैसी ही विभाग के कर्मचारी संगठनों को हुई, उन्होंने 11 संगठनों को मिलाकर एक महासंघ बनाने की कवायद शुुरू कर दी है। इन 11 संगठनों के पदाधिकारियों ने एक बैठक के उपरान्त प्रमुख अभियंता विभाग एवं विभागाध्यक्ष इं. वी.के. सिंह का घेराव कर अपनी मंशा से उन्हें अवगत कराया। इस दौरान विभागाध्यक्ष को यह भी बताया गया कि इस मामले में आन्दोलन के लिए महासंघ के गठन के बाद पदाधिकारियों को धरना प्रदर्शन आदि की जिम्मेदारियॉ सौंपी जा चुकी है। बैठक के दौरान बताया गया कि लोक निर्माण के द्वारा ही संहयोग देकर राजकीय निर्माण निगम, सेतु निगम का निमार्ण बड़े कार्या के लिए किया गया है। इनमें भ्रष्टाचार एवं अन्य अनियमिताओं के कारण चारागाह बनने की ओर है ऐसे में एक बेहतर और अच्छे विभाग का सत्यानाश करने की इस प्रयास को सफल नही होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जितने भी निगम है उनकी आर्थिक एंव माली हालत खराब है, कर्मचारी परेशान है ऐसे में इतने बड़े विभाग के साथ इस षड़यंत्र को सफल नही होने दिया जाएगा। इस घेराव में इंजीनियर्स एसोसिएशन, सहायक अभियंता एसोसिएशन, राजकीय वाहन चालक संघ, नियमित वर्कचार्ज कर्मचारी संघ, डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ, खण्डीय लिपिक संघ, वृतीय कार्यालय लिपिक संघ, यूपी टेक्निकल एसोसिएशन, पीडब्लूडी स्टेनोग्राफसर एसोसिएशन, मिनिस्टीरिय कार्यालय प्रमुख अभियंता एसोसिएशन लोनिवि के पदाधिकारी मौजूद थे।