वैश्विक समाजवादी नेतृत्व भारतीय उपमहाद्वीप को लेकर गंभीर है: दीपक मिश्र
लखनऊ: इण्टरनेशनल सोशलिस्ट आर्गनाइजेशन ने समाजवादी चिन्तन सभा को भारतीय उपमहाद्वीप के प्रतिनिधि संगठन के रूप में सम्बद्धता प्रदान की है। समाजवादी चिन्तन सभा के अध्यक्ष समाजवादी चिन्तक दीपक मिश्र ने हर्ष प्रकट करते हुए कहा कि आईएसओ ने समाजवाद को मजबूत करने की दिशा में किये गये रचनात्मक कार्यों की कसौटी पर खरा पाने के बाद ही चिन्तन सभा को यह गौरव व सम्मान दिया है। इससे हम समाजवादियों का मनोबल बढ़ा है और ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वैश्विक समाजवादी नेतृत्व भारतीय उपमहाद्वीप को लेकर गंभीर है। आईएसओ से जुड़ने के बाद भारत को संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता एवं हिन्दी को यूएनओ की आधिकारिक भाषा का दर्जा दिलाने के अभियान को गुणात्मक ताकत मिलेगी। श्री मिश्र ने बताया कि आईएसओ में इसके पूर्व महान समाजवादी चिन्तक डा० राममनोहर लोहिया 1963 में और लोकनायक जयप्रकाश नारायण भारतीय समाजवादियों का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं, तब आईएसओ इण्टरनेशनल सोशलिस्ट (आईएस) के नाम से जानी जाती है, इसका मुख्यालय शिकागो में है।
इस उपलब्धि पर श्री मिश्र को प्रथम भारतीय लोकसभा के सदस्य रहे लोहियावादी रिशांक कीसिंग, वरिष्ठ समाजवादी नेता शिवपाल सिंह यादव, श्रीलंका के समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष प्रो० तिस्सा वितर्णा, अरब सोशलिस्ट काउंसिल के सचिव सरजी स्पाईवोस्का, तिब्बती सांसद दाबा छीरिंग, मॉरिशस के समाजवादी नेता कवलेसुर, यूके के समाजवादी नेता जॉन ग्रुमिट समेत कई वैश्विक समाजवादियों ने बधाई दी है।