लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के नेत्र रोग विभाग को इलाहाबाद बैंक द्वारा प्रदान किये गये वाहन को राजभवन से झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय कुलपति श्री मदनलाल ब्रह्म भट्ट, कुलसचिव श्री उमेश मिश्रा, चिकित्साधीक्षक डाॅ0 विजय कुमार, विभागागध्यक्ष नेत्र विभाग डाॅ0 विनीता सिंह, इलाहाबाद बैंक के एफ0जी0एम0 श्री दिनेश कुमार एवं डी0जी0एम0 श्री पी0के0 अरोड़ा सहित अन्य विशिष्टजन उपस्थित थे। इस वाहन का प्रयोग नेत्रदान में प्रयोग किया जायेगा।

राज्यपाल ने नेत्रदान अभियान में सहयोग करने के लिये इलाहाबाद बैंक का अभिनन्दन करते हुये कहा कि नेत्रदान में सहयोग करने के उद्देश्य से इलाहाबाद बैंक द्वारा वाहन उपलब्ध कराना एक अच्छा प्रयास है। राज्यपाल ने कहा कि कारपोरेट सोशल रिस्पांसबलिटी के तहत अन्य संगठनों को भी इस प्रकार के सामाजिक कार्यों में सहयोग करना चाहिये। इलाहाबाद बैंक उत्तर प्रदेश में स्थापित होने वाला एकमात्र राष्ट्रीयकृत बैंक है, जिसकी स्थापना 24 अप्रैल, 1865 में हुई थी। उन्होंने कहा कि सामाजिक कार्यों में जनभागिता सुनिश्चित करें।
श्री नाईक ने कहा कि नेत्रदान महादान है। मनुष्य के जीवन में हर अंग का महत्व है, लेकिन दृष्टि के बिना जीवन का पूरा सुख नहीं मिलता। आखें खुशी और दुःख दोनों का भाव व्यक्त करती हैं। मृत्यु के बाद देहदान की तरह कुछ अंगों का दान किया जा सकता है। विज्ञान की प्रगति से अंग प्रत्यारोपण का लाभ जरूरतमंदों को कम खर्च में मिलना चाहिए। नेत्रदान, रक्तदान और देहदान के प्रति जनजागरण की आवश्यकता है, क्योंकि इस तरह के दान से दूसरों को नया जीवन मिल सकता है। एक नेत्रदान से तीन लोगों को दृष्टि दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि समाज में जागरूकता लाकर नेत्रदान के अभियान को और गति दी जाये।
कार्यक्रम में कुलपति डाॅ0 मदनलाल ब्रह्म भट्ट सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे तथा राज्यपाल ने इलाहाबाद बैंक के अधिकारियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया।