संघर्ष से सत्ता और सत्ता से सेवा पथ पर भाजपा: राकेश त्रिपाठी
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी कार्यसमिति से प्रशस्त हुआ संघर्ष से सत्ता और सत्ता से सेवा का पथ। प्रदेश प्रवक्ता ने भाजपा के आगामी कार्यक्रमों को सत्ता की जिम्मेदारियों के साथ सेवा पथ का अनुगामी बताया।
प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा राष्ट्रीय अध्यक्ष मा0 अमित शाह जी का सीधा संदेश कि सत्ता प्राप्ति के बाद सेवा कार्यो में जुटना है। भाजपा ने जनसेवा कार्यो से अपने मंसूबे जाहिर कर दिए है कि भाजपा के लिए सत्ता भोग नहीं वरन दरिद्र नारायण की सेवा का साधन है। रक्तदान, वृक्षारोपण के कार्यक्रम जहां एक ओर समाज के प्रति जबावदेही है तो पर्यावरण संरक्षण की जिम्मेदारी भी है। जनकल्याण सम्मेलन में जहां केन्द्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थियों का समागम होगा तो साथ ही अन्य योजनाओं का लाभ उन्हें कैसे मिले, इसके लिए भी विस्तृत कार्य योजना भी है।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि पं0 दीनदयाल उपाध्याय जी का दर्शन कि प्रत्येक उपेक्षित जन की सेवा ही राजनीति है, इसी दर्शन के अनुरूप आफिस से आफिस और अफसर से अफसर तक भटकती जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए जबावदेह सरकार और संगठन के समन्वय से एक मंत्री प्रतिदिन प्रदेश मुख्यालय पर बैठेंगे और जिला स्तर पर एक मंत्री प्रतिमाह एक दिन जनता जनार्दन की सेवा में उनकी समस्याओं के निस्तारण के लिए उपस्थित रहेंगे। भाजपा सरकार की यही मूल भावना है जिसमें सत्ता के द्वार सदैव जनता के लिए खुले रहे।
श्री त्रिपाठी ने कहा कि संगठनात्मक कार्यक्रमों से भाजपा का संदेश है कि राजनीति का ध्येय सेवा ही है। भाजपा रक्तदान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, किसान कल्याण पंचायत, सेवा सहयोग संगम, महिला स्वास्थ्य परीक्षण कैम्प, कैरियर काउंसलिंग जैसे कार्यक्रमों की वृहद श्रंखला आयोजित करेगी जिससे सीधे जनता की सेवा का सौभाग्य मिले। भाजपा राजनीति को सकारात्मक रूख देकर प्रबुद्धजन और नौजवानों को सीधे जोड़ना चाहती है जो राजनीति से विमुख हैं।