केजरीवाल ने पार्षदों को दिलाई पार्टी न छोड़ने की शपथ
नई दिल्ली: क्या अरविंद केजरीवाल को ये डर सता रहा है कि एमसीडी चुनावों के बाद उनकी पार्टी बिखर सकती है? केजरीवाल गुरुवार को पार्टी नेताओं और विधायकों से मिले, पार्षदों को पार्टी न छोड़ने की शपथ भी दिलाई. अपने पार्षदों को पार्टी न छोड़ने की शपथ दिलाते हुए उन्होंने कहा कि वो न तो लालच में आएं न किसी दबाव में. केजरीवाल ने कहा, 'नगर निगम में एन्टी डिफेक्शन लॉ लागू नहीं होता है. इसीलिए आपको तोड़ने की कोशिश की जाएगी. आपको लालच दिया जाएगा. अगर कोई भी पैसा लेता है तो वो फलेगा नहीं. अगर आपने धोखा किया तो भगवान आपको माफ नहीं करेगा.' केजरीवाल ने अपने पार्षदों को याद दिलाया कि यह पार्टी आंदोलन से निकली है, यह आप सब की मेहनत और क़ुरबानी का नतीजा है.'
केजरीवाल ने जोर देकर अपने पार्षदों को कहा, "आपको लालच दिया जाएगा. सभी के फ़ोन में रिकॉर्डिंग होती होगी. कोई भी अगर फ़ोन आता है तो उसको रिकॉर्ड करना है, जिससे हम बाद में प्रेस कांफ्रेंस करके लोगों को बता पाएंगे.' आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी के बवाना विधायक पहले बीजेपी में शामिल हो चुके हैं और हाल ही में पार्टी विधायक अल्का लांबा ने दावा किया कि बीजेपी के नेता उनको बीजेपी में शामिल होने का लालच दे रहे हैं.'
केजरीवाल समझते हैं कि आम जनता और अपने पार्टी कार्यकर्ता से जुड़े रहे बिना पार्टी ज़मीन पर नहीं जम सकती, इसलिये उन्होंने कहा कि "वालंटियर्स जनता का काम लेकर आएं तो सबसे पहले करना है. आपको सबको साथ लेकर चलना है. आप यह मानो कि आप उस वार्ड के पिता हैं. वालंटियर को तोड़ना नहीं है, साथ जोड़ना है. वालंटियर्स इस पार्टी की रीढ़ की हड्डी है. विधायक से बना कर रखनी है. आपके पास कोई भी समस्या लेकर आये तो उसे मना नहीं करना. आप को उसे यह नहीं कहना कि यह काम विधायक कर सकता है. आपको सबकी मदद करनी है."