जितना बीजेपी के झंडे में हरा रंग उतना देश में अल्पसंख्यकों को मिला अधिकार: मोहसिन रजा
सुलतानपुर। एक अभिनन्दन समारोह में पहुंचे योगी सरकार में अल्पसंख्यक
मामलों के मंत्री मोहसिन रजा ने खुले मंच से कहा कि भगवा ने हमेशा आपका
सम्मान किया, पहले आपको अधिकार दिया आपका घर देखा बाद में अपना। मंत्री
ने कहा कि यहां भारतीय जनता पार्टी का झंडा लगा है आप देखें, इसमें पहले
किसका झंडा है? देखिए घूम कर देखिए। बीजेपी ने पहले किसको अधिकार दिया?
आप कहते हैं अल्पसंख्यक हैं, जाहिर सी बात है उन्होंने उतना अधिकार दिया।
25 करोड़ होने के बाद भी मुसलमान अल्पसंख्यक क्यों? योगी के मंत्री ने
कहा कि जैन अल्पसंख्यक है, सरदार अल्पसंख्यक है, पारसी अल्पसंख्यक है हद
ये है के ईसाई अल्पसंख्यक है। हम 25 करोड़ होने के बाद भी अल्पसंख्यक हैं।
क्यों हम क्यों अल्पसंख्यक हैं? कभी विचार किया, ये नारा किसने दिया? हम
मुख्य धारा से जुड़े क्यों नहीं, अपने रहबरों से पूछिए जिन्होंने आपको इस
हाशिए पर लाकर खड़ा किया है। 50 साल कांग्रेस, 20 साल सपा-बसपा ने की ने
बांटने की राजनीति’ उक्त बातें मुस्लिम वक्फ बोर्ड के राज्यमंत्री मोहसिन
रजा ने अभिनन्दन समारोह के सभा को सम्बोधित करतें हुए कही।
इनसेटः मंत्री ने इसका ठीकरा कांग्रेस, सपा और बसपा पर फोड़ा
कहा कि जिनके से साथ आप पुश्तों से चले आए उन पार्टियों ने दिया
क्या?उन्होंने बांटने की राजनीति की है, इसमें 50 साल कांग्रेस ने बांटने
की राजनीति किया और 20 साल सपा और बसपा ने। ये बांटने ही की राजनीति का
नतीजा रहा, फिर मंत्री ने सवाल दागा…कितने डाक्टर बने?
ऐसा क्यों हुआ वजह हमें मदरसो में डाल कर देश की मुख्य धारा से रोका गया।
जबकि बीजेपी ईमानदारी के साथ सबका साथ सबके विकास के नारे पर काम कर रही
है।
2-3 सालों में विश्व गुरु बन जाएगा भारत
इसका नतीजा ये है कि आज देश विश्व गुरु की तरफ जा रहा है, आने वाले 2-3
सालों में भारत विश्व गुरु बन जाएगा।उसकी वजह जिस तरह का बीजेपी ने रोड
मैप तैयार किया है उस तरह का विकास भी हो रहा है।जो बातें हमने
मैनिफेस्टो में कही थी उस पर अमल हो रहा। ’वक्फ, तलाक और मंदिर मुद्दे पर
लाजवाब दिखे योगी के मंत्री’ वहीं कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से रुबरु
होते हुए वक्फ बोर्ड, तलाक और मंदिर मुद्दे पर हुए सवालों के जवाब पर
योगी के मंत्री बगले झांकते हुए लाजवाब दिखाई दिए। बस हर सवाल के जवाब पर
उन्होंने अपनी सरकार के कसीदे पढ़े लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं दे सके।