सुलतानपुर। अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा करोडों का घोटाला। जहाँ सरकार की मंशा निष्पक्ष और साफ तौर पर कार्य करने की लाख हिदायतें देती तो दिख रही है लेकिन उन हिदायतों का अधिकारियों पर कोई भी असर होता नहीं दिख रहा है। केन्द्र सरकार के 14 वें वित्त के रुपयों का अधिकारियों की मिलीभगत के चलते जमकर नियमों व मानकों को दरकिनार करते हुए प्रति गांव के हिसाब से लाखों का घोटाला कर धन निकासी कर लिया गया। मामला बढ़ता देख जिला प्रशासन ने सपा सरकार में फौरी कार्यवाही करते हुए सभी ग्राम प्रधान व सिक्रेटरी के खातों को उच्चाधिकारियों के निर्देश पर सीज कर दिया गया था, और कुछ ब्लाक के सेक्रेटरीयों के वेतन रोकने के फरमान भी जारी कर दिए गए। लेकिन जांच होती और दोषीयों पर कार्यवाही नसीब होती कि सत्ता परिवर्तन होने से पहले उच्चाधिकारियों ने सीज किए गए खातों को फ्री कर दिया और बिना स्टीमेट के ही कई ब्लाकों में ग्राम प्रधान व सेक्रेटरी के द्वारा करोड़ो की धन निकासी कर किया गया करोड़ो का एक और बडा घोटाला। अब देखना तो और दिलचस्प होगा कि जांच के नाम पर होगा खेल या होगी कार्यवाही।