MCD चुनाव : बीजेपी की पहले लिस्ट में 3 मुस्लिम उम्मीदवार
160 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की
नई दिल्ली: दिल्ली में एमसीडी चुनाव के लिए बीजेपी ने अपनी पहली सूची जारी कर दी है. पार्टी ने 272 में से 160 उम्मीदवारों का ऐलान किया है. पार्टी ने अपने सभी पुराने पार्षदों के टिकट काट दिए हैं. बीजेपी ने 5 सीटें अकाली दल और 1 सीट रामविलास पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) को भी दी है. अकाली दल और लोजपा को जो सीटें दी गई हैं, वहां उम्मीदवार तो इन पार्टियों के होंगे, लेकिन वो बीजेपी के चुनाव निशान पर ही चुनाव लड़ेंगे.
प्रताप नगर, तिलक नगर, जीटीबी नगर, कालकाजी और राजेंद्र नगर सीट पर बीजेपी ने अकाली उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया है. ये पंजाबी बहुल इलाके हैं, जिस वजह से इन सीटों पर अकाली उम्मीदवार बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेंगे. लोजपा को पहाड़गंज से एकमात्र सीट दी गई है. बीजेपी की इस पहली सूची में तीन मुस्लिम उम्मीदवारों के नाम भी शामिल हैं.
बीजेपी के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में 4 मौजूदा प्रदेश पदाधिकारियों को टिकट दिया गया है है, जबकि 3 जिलाध्यक्षों को उम्मीदवार बनाया गया है. कई ऐसे उम्मीदवार हैं, जो पहले दिल्ली विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं.
महिला मोर्चा की शिखा राय को ग्रेटर कैलाश से टिकट दिया गया है. वह पिछले विधानसभा चुनावों में कस्तूरबा नगर से पार्टी की उम्मीदवार थीं, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. दिवंगत पूर्व विधायक सुनील वैद्य की पत्नी को भी उम्मीदवार बनाया गया है. चांदनी चौक से पूर्व विधायक वासुदेव कप्तान के बेटे रवि कप्तान को टिकट मिला है. बीजेपी ने नार्थ एमसीडी की 67, साउथ की 58 और ईस्ट की 35 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है. अभी 112 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों की घोषणा होनी बाकी है.
23 अप्रैल को होने वाले एमसीडी चुनाव के लिए सोमवार को नामांकन का आख़िरी दिन है. दिल्ली निर्वाचन आयोग ने सोमवार 3 अप्रैल को आखिरी तिथि के दिन नामांकन दाखिल करने के लिए समय तीन घंटे बढ़ा दिया है. नामांकन पत्र सोमवार को पूर्वाह्न 11 बजे से शाम 6 बजे तक दाखिल किए जा सकेंगे. पहले यह प्रक्रिया पहले अपराह्न 3 बजे समाप्त होनी तय थी.
निर्वाचन आयोग ने यह निर्णय बीजेपी और आम आदमी पार्टी की ओर से अनुरोध प्राप्त होने के बाद दिल्ली नगर निगम (पार्षद चुनाव) नियम, 2012 के तहत किया. दिल्ली बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल निर्वाचन आयोग के अधिकारी से इस संबंध में मुलाकात के लिए गया था. वहीं आप की ओर से भी नामांकन पत्र दाखिल करने का समय बढ़ाने के संबंध में एक अर्जी दी गई थी.