EVM टैम्परिंग मामले में नप गए भिंड के एसपी और डीएम
चुनाव आयोग ने 19 अधिकारियों को हटाने केे दिए निर्देश
मध्यप्रदेश के भिंड के एसपी और डीएम को पदों से हटा दिया गया। यह कार्रवाई चुनाव आयोग के निर्देश पर की गई है। ईवीएम मशीन से केवल भाजपा की पर्ची निकलने के बाद चुनाव आयोग ने 19 अधिकारियों को हटाने केे निर्देश दिए हैं। बता दें, शुक्रवार को एक अभ्यास कार्यक्रम में अभ्यास कार्यक्रम के दौरान ईवीएम मशीन से केवल भाजपा के चुनाव निशान कमल के फूल की पर्चियां ही निकल रही थीं। भिंड में अगले सप्ताह उपचुनाव होना है और यह अभ्यास उसी के लिए किया जा रहा था। इस अभ्यास कार्यक्रम की वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने ईवीएम पर निशाना साधा।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संजोयक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शनिवार को चुनाव आयोग भी गए। चुनाव आयोग से बाहर आने के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह देश के साथ धोखा हो रहा है। ईवीएम मशीन से छेड़छाड़ संभव है।
केजरीवाल ने कहा था, ‘सवाल यह उठ रहा है कि क्या देश में चुनाव निष्पक्ष हो रहे हैं। लोग वोट डाल रहे हैं या फिर मशीनें डाल रही हैं। यह कोई अकेली घटना नहीं है, इससे पहले असम में चुनाव हुई थे, तब भी वहां एक मशीन ऐसी निकली थी, जिससे सारे वोट भाजपा को जा रहे थे। दिल्ली कैंट में चुनाव के वक्त भी एक ऐसी मशीन सामने आई थी। अगर ये मशीनें खराब हो गई थीं, तो कांग्रेस या समाजवादी पार्टी को वोट क्यों नहीं जाता। सभी खराब मशीनों का वोट भाजपा को ही क्यों जाता है? इसका मतलब मशीनें खराब नहीं हो रही हैं, बल्कि उनके साथ छेड़छाड़ की जा रही है। मैं भी तकनीकी आदमी हूं और आईआईटी से इंजीनियर हूं। थोड़ी बहुत तकनीक मैं भी समझता हूं। अगर मशीन से भाजपा की स्लिप निकल रही है तो इसका मतलब है कि मशीन का सॉफ्टवेयर बदला गया है।’
साथ ही केजरीवाल ने मांग की है कि अब देश में चुनाव बैलेट पेपर से करवाए जाएं। बाद में चुनाव आयोग के एक प्रवक्ता ने कहा,‘हमने जिला निर्वाचन अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है और शाम तक हम इस संबंध में कोई जवाब देंगे।’ वीवीपीएटी एक ऐसी मशीन होती है जिससे निकली पर्ची यह दिखाती है कि मतदाता ने किस पार्टी को वोट दिया है। मतदाता केवल सात सेकेंड़ तक इस पर्ची को देख सकता है इसके बाद यह एक डिब्बे में गिर जाती है और मतदाता इसे अपने साथ नहीं ले जा सकता।