धर्मशाला टेस्ट जीत टीम इंडिया ने बनाया अनोखा रिकॉर्ड
धर्मशाला: अॉस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर भारत ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी जीत ली है। भारत को जीत के लिए 106 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे भारत ने 8 विकेट शेष रहते ही हासिल कर लिया। लेकिन एक आंकड़ा यह भी सामने आ रहा है कि सभी टेस्ट खेलने वाली टीमों के खिलाफ भारत ने अपनी आखिरी टेस्ट सीरीज जीती हैं। भारत ने बीते कुछ समय में टेस्ट खेलने वाले 7 देशों पर विजय हासिल की है। अब तक उसने श्रीलंका, साउथ अफ्रीका, वेस्ट इंडीज, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, बांग्लादेश और 28 मार्च को अॉस्ट्रेलिया के शिकस्त दी ।
भारत ने अपने 13 टेस्ट मैचों में से 10 में जीत हासिल की है, 2 ड्रॉ रहे और एक में उसे मात मिली है। भारत की घर में अॉस्ट्रेलिया के खिलाफ यह चौथी सीरीज जीत है। इससे पहले उसने साल 2008-09 में 2-0, 2010-11 में 2-0 और इसके बाद 2012-13 में उसने अॉस्ट्रेलियाई टीम का 4-0 से क्लीन स्विप कर दिया था।
टेस्ट मैच में विराट कोहली के बिना उतरी टीम पर पहले टेस्ट में 333 रन से हार जाने के बाद काफी सवाल उठाए जा रहे थे, लेकिन विराट की चोट के बाद कप्तान बनाए गए अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में भारत ने अॉस्ट्रेलिया को फिर से बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मात दी। आपको बता दें कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रांची में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच ड्रा रहा था।
भारत ने अॉस्ट्रेलिया की पहला पारी के 300 रनों के स्कोर का जवाब देते हुए अपनी पहली पारी में 332 रन बनाकर 32 रनों की बढ़त ले ली थी, फिर आस्ट्रेलिया को तीसरे दिन दूसरी पारी में 137 रनों पर ही ढेर कर दिया था। उसे जीत के लिए 106 रनों की दरकार थी। तीसरे दिन भारत ने बिना कोई विकेट खोए 19 रन बनाए थे। अपने तीसरे दिन के स्कोर से आगे खेलने उतरी भारत की टीम ने चौथे दिन का पहला विकेट मुरली विजय (8) के रूप में गंवाया। इसके बाद चेतेश्वर पुजारा रन आउट होकर पवेलियन लौट गए। भारत ने 46 रनों पर अपने दो विकेट गंवा दिए। इसके बाद उतरे कप्तान रहाणे ने तेजी से रन बनाए और दूसरे छोर पर खड़े राहुल का बखूबी साथ दिया। राहुल ने अर्धशतक पूरा करते हुए भारत को जीत दिलाई। उन्होंने 76 गेंदों का सामना किया और नौ चौके लगाए। रहाणे ने 27 गेंदों में चार चौके और दो छक्के लगाए।