पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ने दृष्टिबाधित एवं मूकबधिर विद्यालयों का किया निरीक्षण
लखनऊ: प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं विकलांग जन विकास मंत्री, श्री ओम प्रकाश राजभर ने आज यहां मोहान रोड स्थित राजकीय दृष्टिबाधित विद्यालय तथा राजकीय सांकेतिक विद्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने इन विद्यालयों की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।
राजकीय दृष्टिबाधित विद्यालय के निरीक्षण के दौरान श्री राजभर ने पाया कि विद्यालय में बिजली नहीं आ रही थी और वहां का इन्वर्टर भी खराब पड़ा हुआ था। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये की विद्यालय में सोलर ऊर्जा की व्यवस्था करने के लिए इसका प्रस्ताव शासन को भेजंे। विद्यालय भवन की रंगाई-पुताई की खराब हालत पाये जाने पर उन्हें बताया गया कि इस भवन की रंगाई-पुताई वर्ष 1995 के बाद से नहीं हुई है। उन्होंने निर्देश दिये कि रंगाई-पुताई की व्यवस्था शीघ्र की जाये।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि दृष्टिबाधित बच्चों के खेलने के लिए विद्यालय में कोई भी व्यवस्था नहीं है और न ही प्रशिक्षण की व्यवस्था है, जबकि बच्चों में खेल-कूद के प्रति काफी रूचि है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि खेल-कूद और प्रशिक्षण की व्यवस्था शीघ्र की जाये।
श्री राजभर ने दृष्टिबाधित बच्चों से मुलाकात कर उनसे बातचीत की और उन सबको अपना मोबाइल नंम्बर दिया ताकि वे अपनी समस्याओं से उन्हें अवगत कराते रहें। दो सौ क्षमता वाले इस विद्यालय में लगे कुल पांच हैण्डपम्पों में से मौके पर तीन खराब पाये गये। मंत्री ने खराब हैण्डपम्पों को तत्काल ठीक कराने के लिए जल निगम को पत्र लिखे जाने के निर्देश दिये। विद्यालय के पास स्थित यातायात चैराहे पर स्पीड ब्रेकर बनाये जाने के लिए उन्होंने लखनऊ के आर.टी.ओ. को पत्र लिखने के निर्देश दिये, ताकि बच्चे दुर्घटनाग्रस्त न हों।
राजकीय सांकेतिक विद्यालय के निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि वहां पर बायोमेट्रिक अटेण्डेन्स होती है, जिसकी उन्होंने सराहना की। उन्होंने अधिकारियों से बच्चों के लिए पुस्तकें समय से उपलब्ध कराये जाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग को पत्र लिखने को कहा तथा बच्चों के लिए लन्च रूम बनाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि विकलांग बच्चों के लिये जो उपकरण आते हैं, उन्हें रखने के लिए मण्डल स्तर पर कम से कम एक स्टोर रूम की व्यवस्था की जाये।