अगली बार सरकार बनी तो गंगाजल से ऑफिसों का शुद्धिकरण करवाएंगे अखिलेश
लखनऊ: यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उम्र को लेकर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी की टिप्पणी का जवाब दिया है. इतना ही नहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश लगभग हर बात पर तंज कसते नजर आए. कहा कि भले ही मैं उम्र में आपसे (योगी आदित्यनाथ) एक साल छोटा हूं, लेकिन काम में आप मुझसे बहुत छोटे हैं. दरअसल 21 मार्च को बतौर सांसद लोकसभा में अपने आख़िरी संबोधन में योगी ने कहा था कि राहुल जी मेरे से एक साल बड़े हैं और अखिलेश जी एक साल छोटे. दोनों के बीच मैं आग गया, इसलिए खेल बिगड़ गया.
उन्होंने यह भी कहा कि योगी सरकार को काम करने का मौका मिला है, केंद्र में भी उनकी सरकार है, इसलिए काम करें. मेरा मानना है कि सपा सरकार में बनाए गए 230 किमी एक्सप्रेसवे से भी ज्यादा लंबी सड़क बनेगी.
साथ ही अखिलेश ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि हमें तो सरकार के फ़ैसलों का इंतज़ार है, अभी तो सरकार लोगों से झाड़ू लगवा रही है. मुझे नहीं पता था कि अधिकारी इतना अच्छा झाड़ू लगाते हैं. अगर पता तो उनसे बहुत झाड़ू लगवाया जाता.
पूर्व युवा मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर उनकी पार्टी दोबारा सत्ता में आएगी तो गंगाजल से मुख्यमंत्री आवास धुलवाएगी. अखिलेश विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. अखिलेश ने कहा कि 2022 में सरकार बनेगी तो फायर ब्रिगेड में गंगा जल डालकर सभी सरकारी कार्यालय में और आप (पत्रकारों) पर भी डालेंगे. शुद्धि करण का अफ़सोस नहीं है.
इससे पहले, उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के हाथों करारी हार झेलने के बाद अखिलेश यादव ने हार के कारण पूछे जाने पर अखिलेश यादव ने एक्सप्रेस-वे का उदाहरण देते हुए तंज कसा था और कहा कि जनता शायद इससे संतुष्ट नहीं है. उन्होंने हमेशा की तरह बीजेपी की केंद्र सरकार के हवा-हवाई वादों की ओर इशारा करते हुए कहा कि संभवतः जनता उत्तरप्रदेश में बुलेट ट्रेन चाहती है. अखिलेश ने यह भी कहा कि अब जनता की यह इच्छा पूरी हो जाएगी. अखिलेश ने कहा, "मुझे लगता है जनता हमसे भी अच्छा काम चाहती है. शायद उन्हें एक्सप्रेस-वे पसंद नहीं आया है और लगता है वह बुलेट ट्रेन चाहती हैं. उम्मीद है कि उप्र में बुलेट ट्रेन आएगी."
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हार के कारणों की समीक्षा करने के लिए बैठक बुलाई थी. पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक लखनऊ में हुई. बैठक में पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेता पहुंच चुके हैं लेकिन पूर्व सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव शामिल नही हुए.