थाने के करीब चचेरे भाई को गोलियों से भूना
सुलतानपुर। रविवार की रात नौ बजे दोमुहा चैराहे से बाइक से घर जा रहे
युवक पर चचेरे भाई और साथी ने ताबडतोड दो गोलियां दाग दी। मेडिकल कालेज
मे घायल जीवन मौत के बीच जूझ रहा है। घटना की तह मे पट्टीदारी का विवाद
बताया जा रहा है।
सरेराह कोतवाली देहात थाने से 100 मी दूरी पर हुई ताबड़तोड़ गोलीकांड
ने पुलिस की कार्यशैली की भी धज्जियां उड़ा दी। अभियाकला गांव मे राजेश
तिवारी उर्फ भोले का पट्टीदारो से पुराना विवाद चल रहा है। जिसमे कई बार
विवाद भी हुआ तथा मुकदमा न्यायालय मे चल रहा है। करीब छः महीने पहले
फोरलेन मे जमीन जाने से राजेश तिवारी करीब साढे पाच करोड़ रूपये मुआवजा
पाऐ है। उसके बाद वे अपने पट्टीदार के बगल घर बनवाये तब से मामले मे और
तनातनी बढ गयी थी। रविवार को राजेश तिवारी के नये मकान के पीछे स्थित
पंचायत की जमीन पर पडोसी लोग कुछ काम कर रहे थे। जिसको उन्होने रोका को
दोनो पछो मे कहासुनी हुई और मामला देख लेने तक पहुच गया था। घटना इसी का
नतीजा बताया जा रहा है।
दोपहर मे पहुची थी पुलिस
राजेश ने 100 नं पर सूचना दी मौके पर डायल 100 की पुलिस गयी थी, लेकिन
मामले को गंभीरता से न लेकर लीपापोती कर वापस आ गयी। मामले मे बडी घटना
हो गयी। मोटर साइकिल से दोमुहा चैराहा आये राजेश तिवारी रात करीब नौ बजे
घर जा रहे थे। गाँव के बाहर पहले से घात लगाए बैठे बाइक सवार ने उनके ऊपर
तमंचे से पांच फायर झोक दिया। जिसमे से तीन गोली राजेश को गले के पास
कंधे और कमर मे लगी। आवाज सुन पहुचे ग्रामीण वहा पहुचे तब तक हमलावर भाग
निकले थे। लोगो ने पुलिस व एबुलेंस बुलाऐ जहा जिला अस्पताल मे इलाज के
बाद राजेश को मेडिकल कालेज रिफर किया गया। राजेश की हालत खतरे से बाहर
है। अभी भी एक गोली कंधे मे फंसी है। पुलिस जाच पडताल मे जुटी है।
बेटे की तहरीर पर दो नामजद
गोली से जख्मी राजेश के बेटे प्रदीप कुमार तिवारी की तहरीर पर पुलिस ने
अभियाकला निवासी चचेरे भाई आशुतोष तिवारी 26 तथा उसके एक साथी हनुमानगंज
निवासी रबीन्द्र कुमार चैहान उर्फ डाक्टर के खिलाफ नामजद जानलेवा हमले का
मुकदमा दर्ज किया है। घटना का कारण पुरानी जमीनी विवाद है।
क्या कहते हैं थानाध्यक्ष
कोतवाली देहात प्रभारी आजाद केसरी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया
है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नही हो सकी है।