सौ लंगड़े मिलकर भी एक पहलवान नहीं बन सकते
महागठबंधन की बात पर पासवान ने ली चुटकी
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह ने 5 में से 4 राज्यों में बीजेपी की सरकार बनाकर विपक्षी खेमे में हलचल मचा दी है। विपक्ष की कई पार्टियों को अपने वजूद की चिंता सता रही है तो कई दल 2019 के लिए राजनीतिक गोलबंदी कर रहे हैं, ताकि आम चुनाव में बिना किसी चूक के मोदी को मात दिया जा सके। दरअसल विपक्ष का इरादा बिहार की तर्ज पर महागठबंधन बनाने का है। 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का फार्मूला कामयाब हुआ था और आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस की तिकड़ी ने बीजेपी को जोर का झटका दिया था। लेकिन विपक्ष की इस मंशा पर केन्द्रीय मंत्री और लोक जन शक्ति पार्टी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने चुटकी ली है। उन्होंने शुक्रवार को दिल्ली में कहा, ‘एक कहावत है कि सौ लंगड़े मिलकर भी एक पहलवान नहीं बन सकते।’
दिल्ली में संसद की कार्यवाही में शिरकत करने के लिए जा रहे रामविलास पासवान ने महागठबंधन बनाने की विपक्ष की कोशिश पर चुटकी ली और कहा कि इस बारे में बिहार में चला आ रहा ये कहावत सटीक बैठता है कि अगर सौ लंगड़े भी मिल जाएं तो उनकी शक्ति एक पहलान के बराबर नहीं होती है।गुरुवार को ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा था कि बीजेपी को हराना अकेले कांग्रेस के लिए संभव नहीं है और इस मकसद को कामयाब करने के लिए सभी विपक्षी दलों को एक प्लेटफॉर्म पर आना होगा। वहीं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि 2019 की तो छोड़ ही दें विपक्ष को अब 2024 आम चुनावों की तैयारी करनी चाहिए।
इससे पहले आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव भी यूपी चुनाव के दौरान एसपी, बीएसपी और कांग्रेस को एक साथ मिलकर मोदी का मुकाबला करने की सलाह दी थी। लेकिन राजनीतिक महात्वाकांक्षा की वजह से लालू की ये सलाह यूपी में परवान नहीं चढ़ पाई। इस बीच जेडीयू नेता संजय सिंह ने भी कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकल्प बन सकते हैं। लेकिन इसके लिए नीतीश कुमार की अगुवाई में विपक्ष को एकजुट होना पड़ेगा।