नई दिल्ली: पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर ने हैरानी भरा कदम उठाते हुए बुधवार को निजी कारणों का हवाला देकर आईसीसी के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया. मनोहर सिर्फ आठ महीने के लिए इस पद पर रहे.
मनोहर ने आईसीसी सीईओ डेव रिचर्डसन को ईमेल के जरिये इस्तीफा भेजा जिसमें अचानक उनके यह कदम उठाने के कारण को स्पष्ट नहीं किया गया है. 59 साल के मनोहर का कार्यकाल दो साल का था.

खत में उन्होंने लिखा:

डियर डेविड,

पिछले साल मेरा चुनाव सर्वसम्मति से हुआ और मैं आईसीसी का पहला स्वतंत्र चेयरमैन बना. मैंने हमेशा बोर्ड के सभी फैसलों में अपना श्रेष्ठ देना चाहा और हमेशा निष्पक्ष रहने की कोशिश की. हालांकि, व्यक्तिगत कारणों की वजह से मेरे लिए आईसीसी का चेयरमैन बने रहना संभव नहीं है. इसलिए मैं तत्काल प्रभाव से अध्यक्ष के रूप में अपना इस्तीफा दे रहा हूं.
मैं इस मौके पर मेरा समर्थन करने के लिए आईसीसी के सभी निदेशकों, प्रबंधन और कर्मचारियों का धन्यवाद करता हूं. मेरी शुभकामनाएं आईसीसी के साथ हैं और आशा करता हूं कि यह भविष्य में अधिक ऊंचाई हासिल करेगी.

हालांकि शीर्ष सूत्रों के अनुसार मनोहर ने पद छोड़ने का फैसला किया क्योंकि ऐसा लगता है कि बीसीसीआई ने संवैधानिक और वित्तीय सुधारों को रोकने के लिए पर्याप्त समर्थन जुटा लिया है जिसे आईसीसी की अगली बोर्ड बैठक में पारित किया जाना था. किसी भी सुधारवादी कदम को पारित करवाने के लिए दो-तिहाई बहुमत की जरूरत पड़ती है लेकिन संभावना है कि बीसीसीआई बांग्लादेश, श्रीलंका और जिंबाब्वे को अपनी तरफ करने में सफल रहा है. पता चला है कि इसी कारण से मनोहर ने तुरंत प्रभाव से इस्तीफा देने का फैसला किया है.