नई दिल्‍ली: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी से गठबंधन करने से पहले दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को मुख्यमंत्री पद के दावेदार के रूप में चुनने वाली कांग्रेस के नेता और शीला दीक्षित के पुत्र संदीप दीक्षित आमतौर पर पार्टी के भीतर विरोधी स्वर उठाने के लिए मशहूर रहे हैं. शनिवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव परिणामों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी बीजेपी की शानदार जीत और कांग्रेस का लगभग सफाया हो जाने पर संदीप दीक्षित ने पार्टी की कमज़ोरियों को गिनाया है.

उन्होंने कहा कि बीजेपी से उलट हमारी पार्टी कांग्रेस नेताओं को तैयार करने और उनका साथ देने पर ध्यान नहीं देती है. उन्होंने कहा, "हमारे पास ऐसा सिस्टम ही नहीं है, जिसमें किसी नेता को बनाया जा सके, और उसके पीछे खड़ा रहा जाए। 2002-मोदी-बीजेपी इसका शानदार उदाहरण है, मोदी दरअसल बीजेपी के लिए बोझ थे, लेकिन बीजेपी उनके साथ खड़ी रही, उन्हें मौका दिया, और देखिए, वह कहां पहुंच गए। "