नोटबंदी के दौरान चंद्रबाबू नायडू के बेटे की सम्पति 23 गुना का उछाल
हैदराबाद: नोटबंदी के बाद देश में अरबपतियों की संख्या में 11 फीसदी की कमी आई है, लेकिन आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के बेटे लोकेश नारा की संपत्ति 23 गुना बढ़ गई है. दिलचस्प बात यह है कि लोकेश नारा की संपत्ति में पिछले पांच महीने में इतनी बढ़ी है. ध्यान रहे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल आठ नवंबर को नोटबंदी का ऐलान किया था.
तेलुगू देशम पार्टी के महासचिव लोकेश नारा ने चुनाव आयोग को हलफनामा दिया है, जिसमें उन्होंने 330 करोड़ रुपए की संपत्ति का ब्योरा दिया है. जबकि अक्टूबर 2016 में लोकेश ने खुद के पास 14.5 करोड़ की संपत्ति होने का ब्योरा दिया था. यानी पिछले पांच महीने में चंद्रबाबू नायडू के बेटे की संपत्ति में बेतहाशा बढ़ोत्तरी हुई है.
बताया जा रहा है कि लोकेश जल्द ही अपने पिता की कैबिनेट में मंत्री बन सकते हैं. इसलिए उन्होंने सोमवार को एमएलसी चुनाव के नामांकन दाखिल किया. इसी दौरान उन्होंने अपनी संपत्ति का ब्योरा दिया.
19 अक्टूबर 2016 में लोकेश ने अपनी 14.5 करोड़ की संपत्ति की घोषणा की थी. इसमें उन्होंने हेरिटेज फूड्स के 2.52 करोड़ रुपए के शेयर, अन्य कंपनियों में 1.64 करोड़ के शेयर और 93 लाख रुपए की कार का ब्योरा दिया था.
छह मार्च 2017 को लोकेश ने अमरावती में एमएलसी चुनाव के लिए नामांकन किया. इस दौरान उन्होंने रिटर्निंग ऑफिसर को दिए हलफनामे में स्वीकार किया है कि उनके पास 330 करोड़ रुपए की संपत्ति है. इसमें परिवार की ओर से संचालित हेरिटेज फूड्स में 273.84 करोड़ रुपए के शेयर हैं. इसके अलावा 18 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति और 38.52 करोड़ रुपए की पुश्तैनी संपत्ति शामिल है. इसके अलावा उन्होंने 6.35 करोड़ रुपयों की देनदारी घोषित की. यहां गौर करने वाली बात यह है कि हेरिटेज फूड्स ने बीते नवंबर में फ्यूचर रिटेल लिमिटेड को अपनी रिटेल इकाई बेची थी.
34 वर्षीय लोकेश स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमबीए हैं. उनके पास 38 करोड़ रुपए की पुश्तैनी संपत्ति भी है.