लखनऊ: अमेठी से विधानसभा प्रत्याशी व कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति की सुप्रीम कोर्ट में गिरफ्तारी पर रोक लगाने सम्बन्धी याचिका सोमवार को खारिज होने के बाद पुलिस ने तेजी दिखानी शुरू कर दी है।

इसी कड़ी में सोमवार को लखनऊ के आलमबाग इलाके में गायत्री के गनर चन्द्रपाल को सरकारी पिस्टल के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उधर, एसटीएफ और तीन जिलों की पुलिस ने गायत्री को गिरफ्तार करने के लिए सोमवार को दिल्ली, अमेठी से लेकर लखनऊ तक घेराबंदी कर दी है।

चित्रकूट की पीड़िता ने कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति के साथ ही उनके गनर चन्द्रपाल, राज्य सम्पत्ति विभाग का कर्मचारी रुपेश, लेखपाल अशोक तिवारी, मजिस्ट्रेट का बेटा विकास वर्मा और पिंटू सिंह को नामजद कराया था। कोर्ट में पीड़िता के बयान के बाद पुलिस ने इन आरोपियों की तलाश तेज कर दी थी।

पुलिस ने रविवार रात से दिल्ली से यहां तक जाल बिछा रखा था। इसी दौरान आलमबाग में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। एएसपी पूर्वी शिवराम ने बताया कि चन्द्रपाल के पास सरकारी पिस्टल भी बरामद हुई है। इस पिस्टल को कानूनी औपचारिकता पूरी करने के बाद पुलिस लाइन में जमा करा दिया गया है।