साम्प्रदायिकता और अनुमाद फैलाने वालों पर सरकार नकेल कसे: फहीम सिद्दीकी
लखनऊ: सामाजिक कार्यकर्ता संगठन सहित कई सामाजिक संगठनों व राजनीतिक दलों ने दारूलशफा गेट नं0-01 भड़काऊ भाषण देने पर बलात्कारी साक्षी महाराज के साथ-साथ परवीन तुगड़िया, योगी आदित्य नाथ आदि लोगों का पुतला दहन किया, जिसमें मुख्य रूप से जनहित संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष हाजी मुहम्मद फहीम सिद्दीकी, सद्दाम शेख एमिम कार्यकर्ता, मुहम्मद सैफ विधानसभा अध्यक्ष कैण्ट, मुहम्मद अब्दुल्ला खान, मुहम्मद उसमान अंसारी मध्य विधानसभा सचिव, इस्लाम सिद्दीकी, मुहम्मद आसिफ, मुस्लिम समाज परिषद के अध्यक्ष मुहम्मद शुऐब आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे, पुतला दहन के अवसर पर हाजी फहीम सिद्दीकी ने सभी उपस्थित साथियों से कहा कि उत्तर प्रदेश का चुनाव 3जी से आरम्भ हुआ था यानि, गाय, गंगा और गीता से चलते-चलते 4जी पर आ गया, गधा भी शामिल हो गया, तीन चरण के चुनाव के बाद से भाजपा को लगने लगा कि चुनाव उनके हाथ से जा रहा है तो भाजपा ने अपने तमाम फायर ब्राण्ड नेताओं को खुली छूट देदी। नरेन्द्र मोदी ने यह भगवा चोलों में चूज़े छोड़ रखे हैं, बलात्कारी साक्षी, ढोंगी आदित्य नाथ, निरंजन ज्योति और साधवी प्राची कभी उमा भारती भी हुआ करती थी, जो चाहे बोलो वोटो का पोलराईजेशन होना चाहिये, यहां तक कि खुद प्रधानमंत्री ने गरिमा से गिर कर कब्रिस्तान, शमशान, रमज़ान में बिजली ज्यादा, दीवाली में कम इस प्रकार की बाते करके हिन्दू मुस्लिम में फर्क डालने की कोशिश किया, इसी क्रम में उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी जिसका महाराज कहलाने का अधिकार नहीं क्योंकि वह बलात्कार का आरोपी है वह प्रधानमंत्री से भी दस कदम आगे बढ़ कर कहा कि हम प्रधानमंत्री की बात से सहमत नहीं, इस देश में कब्रिस्तान तो होना ही नहीं चाहिये केवल शमशान हों।
सबको अपने-अपने मुरदों को दाह संस्कार करना चाहिये क्योंकि किसी भी मुस्लिम देश में दफ़नाने की परम्परा नही है जलाने की ही परम्परा है इससे बड़ा झूट आतंक व पाखण्ड फैलाने वालों का हो ही नहीं सकता, यह भगवा धारी आतंकी चाहे वो ढोंगी आदित्य नाथ हों, साक्षी हों, निरंजन ज्योति हो, परवीन तुगड़िया इन सबको तो साधू या साधवी कहलाने का हक़ ही नही है।
राष्ट्रीय सामाजिक कार्यकर्ता संगठन के संयोजक मुहम्मद आफ़ाक ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि जब से आर0एस0एस0 के इशारे पर चलने वाली भाजपा सरकार जबसे केन्द्र में आई है नरेन्द्र मोदी के सिपाहियों की ज़बाने अपने कण्ट्रोल में नही हैं जो जब चाहता है जहां चाहता है जो चाहता है बक देता, भाजपा को वोट न देने वाला हरामज़ादा है, जो नरेन्द्र मोदी को वोट न दे वो पाकिस्तान चला जाये, भारत माता की जय न बोले वह देशद्रोही है, कभी चार बीवी चालीस बच्चों का विवादित बयान, बजरंग दल के अध्यक्ष विनय कटियार भी अपनी मर्यादा को फलागते हुए, कई मरतबा टीवी पर विवादित बयान दे चुके हैं कि जिस प्रकार हमने बाबरी मस्जिद तोड़ी थी उसी प्रकार रातो रात हम मंदिर बना लेंगे, एक गेण्डानुमा नेता गुजरात में साम्प्रदायिकता फैला कर नरसंहार करवाने वाला आरोपी जो कभी तड़ीपार भी किया गया था भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष गला फाड़-फाड़ कर बोल रहा है कि जिस दिन भाजपा की सरकार यूपी में बनेगी उसी दिन रात 12ः00 बजे से पहले हम एक अध्यादेश लाकर पूरे उत्तर प्रदेश के क़तलखाने (स्लाटर हाउस) बंद कर देंगे, इस प्रकार एक विशेष वर्ग के खिलाफ़ चुनाव के अवसर पर बोलना, सुप्रीम कोर्ट के आदेश और संविधान के खिलाफ़ वरज़ी है। चुनाव आयोग को अपने संज्ञान में लेना चाहिये, इस प्रकार भड़काऊ और विवादित बयान बाजों को जेल भेजना चाहिये, मुहम्मद आफ़ाक ने कहा कि ये साम्प्रदायिक शक्तियां जो मनुवादी सोंच रखते हैं वह भारत के संविधान को किनारे लगाकर मनुस्मृति के अनुसार इसलिए करना चाहते हैं अगर ब्राहम्ण किसी का रेप या हत्या कर दे वो क्षमा योग्य है और कोई ठाकुर गलती करता है उसे डाट व डपट कर बात को खत्म कर दिया जाय और अगर दलित कोई भी गलती करता तो उसे दण्ड नहीं मार देना चाहिए। भारत की कानून व्यवस्था बनाने का प्रयास करती रहती है ताकि पूरा भारत उनकी मुट्ठी में सदैव के लिए रहे, इन्हें एकता, मनवा और जनहित से कुछ लेना-देना नही है, बल्कि इंसानों की लाशों पर चढ़कर शासन करना है। पुतला दहन में मुहम्मद अनस, मुहम्मद सैफ, मुहम्मद सद्दाम, मुहम्मद हाशिम, मुहम्मद उसमान, मुहम्मद दानिश, मुहम्मद इश्तियाक, आदि गणमान्य उपस्थित साथी लोगों ने हिन्दुस्तान जिन्दाबाद भगवा चोला मुर्दाबाद के नारे लगाए।