सुल्तानपुर में अखिलेश ने बदायूं की घटना याद दिलाई
बोले सुल्तानपुर में भी हुई उसी तरह की साज़िश, रोते—रोते मंच से उत्तर गए गायत्री प्रजापति
सुल्तानपुर: सीएम अखिलेश यादव की अमेठी में रैली के दौरान गैंगरेप मामले में आरोपी बनाए गए प्रदेश सरकार के मंत्री और सपा प्रत्याशी गायत्री प्रजापति अचानक रोते—रोते मंच से उतर गए.
इस दौरान गायत्री ने कहा कि मैं सीएम के साथ खड़ा नहीं होऊंगा. वहीं सभा में पहुंचने के बाद सीएम अखिलेश ने कहा कि बदायूं की घटना का गलत प्रचार किया गया था. सुलतानपुर में भी ऐसा ही हुआ. साजिशों से सावधान रहकर मदद करना.
जब अमेठी में रोते-रोते मंच से उतरे गायत्री प्रजापति, कहा- सीएम के साथ खड़ा नहीं होऊंगा सीएम अखिलेश यादव की अमेठी में रैली के दौरान गैंगरेप मामले में आरोपी बनाए गए प्रदेश सरकार के मंत्री और सपा प्रत्याशी गायत्री प्रजापति अचानक रोते-रोते मंच से उतर गए.
पिछले दिनों सुलतानपुर में सपा प्रत्याशी अरुण वर्मा पर रेप का आरोप लगाने वाली महिला की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी. मामले में पुलिस ने अरुण वर्मा के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की है. वहीं पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद लखनऊ में गायत्री प्रजापति के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज होने से अखिलेश सरकार बुरी तरह घिरी हुई दिख रही है.
खुद पीएम मोदी ने मामले में अखिलेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
उधर गायत्री ने सुप्रीम कोर्ट में गिरफ्तारी पर रोक लगाने के लिए अर्जी दी है.
सोमवार को अमेठी में अखिलेश यादव ने कहा कि पीएम मोदी बदायूं की घटना याद दिलाकर गए. बदायूं की घटना की सीबीआई ने जांच की थी. बदायूं की घटना का गलत प्रचार किया गया था. सुलतानपुर में भी ऐसा ही हुआ. साजिशों से सावधान रहकर मदद करना.
इधर लखनऊ से सूचना है कि गायत्री प्रजापति पर एफआईआर मामले में आलमबाग की सीओ अमिता सिंह को जांच सौंप दी गई है. अपर पुलिस महानिदेशक के अनुसार पीड़िता जहां चाहेगी उसे सुरक्षा दी जाएगी. पुलिस सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरतेगी.
दिलचस्प ये है कि करीब दो दिन पहले एफआईआर दर्ज होने के बाद भी अभी तक यूपी पुलिस गायत्री प्रजापति या किसी अन्य को गिरफ्तार नहीं कर सकी है.