लखनऊ: छात्रों में विज्ञान और तकनीकि विषय के लिए रुचि, रुझान और जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के लखनऊ परिसर में पांच दिवसीय ‘इन्सपायर इंर्न्टनशिप प्रोग्राम-2017’ का आयोजन किया गया।

इन्नोवेशन इन साइंस परस्यूट फॉर इंस्पार्यड रिसर्च (इंस्पायर-2017) कार्यक्रम युवा और मेधावी छात्र-छात्राओं के बीच विज्ञान विषयों की जानकारी देने और उन्हें भविष्य का वैज्ञानिक बनाने की दिशा में एक प्रयास है। इस कार्यक्रम में दसवीं और बारहवीं कक्षाओं में आईसीएसई और आईएसई शिक्षा बोर्ड के 95 प्रतिशत अंक प्राप्त, सीबीएसई बोड्र में ए-1 ग्रेड और यूपी बोर्ड में 84.4 प्रतिशत अंक प्राप्त विद्यार्थियों को शामिल होने का मौका मिलता है।

आगामी पांच दिनों तक इन मेधावी विद्यार्थियों को देश के प्रसिद्ध विज्ञान संस्थानों से संबद्ध वैज्ञानिकों, शिक्षकों और विशेषज्ञों से संवाद का अवसर मिलेगा। इसके अलावा इन्हें विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों और उनके महत्व के बारे में जानकारी दी जाएगी।

इसी क्रम में आज आईआईटीआर के प्रमुख वैज्ञानिक डा. वीपी शर्मा ने छात्रों को जीवविज्ञान में रचनात्मकता और नवोन्मेष-चुनौतियां और रणनीति विषय पर व्याख्यान दिया।

अपने व्याख्यान के दौरान डा. शर्मा ने कहा कि जिस तरह पानी को शुद्ध रखने के लिए पानी के पात्र को भी स्वच्छ होना चाहिए उसी तरह ज्ञान प्राप्त करने के लिए छात्र की प्रवृत्ति भी स्वच्छ और निर्मल होनी चाहिए। उन्होने कहा कि, युवा मन में नए विचारों का प्रवाह निरंतर बना रहता है जिसे सही मेच और सही दिशा देने की जरुरत होती है। उन्हांने कहा कि किसी विषय के बारे में कहे जाने वाले तथ्य सत्य हैं या असत्य इस बात की तस्दीक करना एक वैज्ञानिक की जिम्मेदारी होती है। वैज्ञानिक को जागरुक और जिज्ञासु होना भी आवश्यक है जैसे पेड़ से फल गिरना जैसी एक सामान्य धटना ने जिज्ञासु न्यूटन को संसार का प्रसिद्ध वैज्ञनिक बना दिया।
इसके पूर्व एमिटी विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति सेवा निवृत्त मेजर जनरल केके ओहरी (एवीएसएम), ने विद्यार्थियों और अतिथियों का स्वागत किया।

इसके बाद प्रतिभागियों की प्रतिभा, रुचि और क्षमता जांचने के लिए के साथ प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम साइंस ओलम्पियाड का आयोजन किया गया। प्रथम दिन विद्यार्थियों ने एमिटी लखनऊ परिसर की प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया और उनके उपकरणों के बारे में जानकारी ली। इसी के साथ मेक इन इंडिया, स्वच्छ उर्जा, हरित क्रांति, पशुपालन, प्राकृतिक संसाधन, कचरा प्रबंधन आदि विषयों पर हई चर्चा परिचर्चा में भी प्रतिभागिता की।

इंटर्नशिप कार्यक्रम में यूपी सैनिक स्कूल, लखनऊ, पायनियर मांटेसरी स्कूल, बाराबंकी, पायनियर मांटेसरी स्कूल विकासनगर, महात्मा मेमोरिअल इंटर कालेज, लखनऊ, आत्रेय अकादमी प्रतापगढ़, डीएवी अकादमी अम्बेडकरनगर, नॉजगेय पब्लिक स्कूल पीलीभीत, सेंट डोमेनिक सेवियो, लखनऊ, डा. वीरेन्द्र स्वरुप एजूकेशन सेंटर कानपुर, सुपर इंटरनेशनल स्कूल कानपुर, डबल पब्लिक स्कूल लखनऊ, सेंट अंजनीस् पब्लिक स्कूल लखनऊ, ग्रीनलैंड पब्लिक स्कूल लखनऊ, सहित विभिन्न विद्यालयों के हाई स्कूल और इंटर में उच्चतम अंक प्राप्त किए हुए 200 से भी ज्यादा विद्यार्थी हिस्सा ले रहे हैं। यह छात्र आनेवाले पांच दिनों तक विख्यात वैज्ञानिकों एवं विज्ञान शिक्षकों द्वारा प्रशिक्षित किए जाएंगे।