अमेठी: कांग्रेस सांसद के बयान से राहुल अखिलेश के गठबंधन पर ग्रहण
आसिफ मिर्जा
अमेठी. राज्य सभा सदस्य डॉ संजय सिंह ने भूचाल मचा दिया है। यूपी असेम्बली इलेक्शन में इस सीट से सपा-कांग्रेस गठबंधन के बाद प्रत्याशी उतारने के लिए नेतृत्व ने जो भी निर्णय लिया हो पर कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य डा. संजय सिंह ने यहां से कांग्रेस उम्मीदवार रानी अमीता सिंह के चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. यही नहीं उन्होंने अमेठी-रायबरेली की सभी 10 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी उतारने की घोषणा की है. इस बयान से दोनों पार्टियों में गतिरोध बढ़ गया है. जीतने की बात कही है.
यहां अमेठी में रानी अमीता सिंह के जनसम्पर्क कार्यालय पर जमा हज़ारों के हुजूम में कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य डा. संजय सिंह ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि रानी अमीता सिंह इस चुनाव में अमेठी से कांग्रेस कन्डिडेट होगीं. आगामी 9 फरवरी को वो कांग्रेस के सिम्बल पर नामिनेशन भी करेगी.
यहां पर लोगों को सम्बोधित करते हुए श्री सिंह ने कहा कि अमेठी हमारा परिवार है. हमने हमेशा जियो और जीने दो की राजनीति में विश्वास रखा. 1980 से 89 तक वो विधायक रहे और 2002 से 2012 तक रानी अमीता सिंह विधायक रहीं. हम सबने इसकी देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ी. अमेठी के विकास से लेकर उसे सही रास्ते पर लेकर चलने और हमेशा अमेठी में अमन-चैन कायम रखने का प्रयास किया.
बीजेपी पर करारा प्रहार करते हुए डा. संजय सिंह ने कहा कि भाजपा ने अमेठी में डमी कन्डिडेट दिया है. वर्षों से बीजेपी में निष्ठावान कार्यकर्ताओं और नेताओं की उपेक्षा करते हुए बीजेपी ने उसे कन्डिडेट बनाया जिसकी प्राथमिक सदस्यता सवालों के घेरे में है. श्री सिंह ने कहा कि हमारे परिवार में हाथ डालकर अपनी दूषित मानसिकता का परिचय दिया है.
वैसे कांग्रेस की ओर से सशक्त दावेदार के रूप में मौजूद रानी अमीता सिंह पिछले दो-ढाई सालों से क्षेत्र का दौरा कर रहीं हैं. वर्तमान में उन्होंने चुनावी बिगुल फूंकते हुए क्षेत्र में तूफ़ानी दौरा किया और बराबर जनसभाओ को सम्बोधित कर रहीं हैं अमेठी तहसील के निकट मौजूद उनका जनसम्पर्क कार्यालय गुलज़ार है और पूरी तरह चुनावी रंग में नहाया हुआ है. जहां सुबह होते ही लोगों की भीड़ जुट जाती है.
अमिता सिह के लड़ने से जहा सपा की सीट खतरे में पड़ सकती है वहीँ गौरीगंज में कांग्रेस ने प्रत्याशी उतारा तो यह सीट भी मजधार में जाने के संकेत मिल रहे है। हलाकि इस फैसले से राहुल और अखिलेश में तल्खी भी बढ़ेगी।
सपा कांग्रेस के गठबंधन के बाद भले ही गौरीगंज विधायक राकेश ने सपा की तरफ से नामांकन दाखिल कर दिया लेकिन राहुल गांधी को पत्र भेजकर दर्जनों प्रधानो ने गौरीगंज के पूर्व विधायक नूर मोहम्मद के बेटे फ़तेह बहादुर को प्रत्याशी बनाये जाने की मांग किया है। पत्र में कहा गया है कि इनसे अच्छा प्रत्याशी कोई नही होगा।