भाजपा को मेनिफेस्टो जारी करने का नैतिक अधिकार नहीं: मायावती
पहले वह लोकसभा चुनावों में किए गए वायदों को पूरा करे
लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा शनिवार को जारी किए गए चुनावी घोषणापत्र पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले वह लोकसभा चुनावों में किए गए वायदों को पूरा करे.
लखनऊ स्थित अपने आवास पर एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा, “भाजपा को मेनिफेस्टो जारी करने का नैतिक अधिकार नहीं है. लोक सभा में भाजपा ने जो भी वादा किया था उसे पूरा नहीं किया. केंद्र के प्रलोभन भरे वादे आज भी अधूरे हैं. एक बार फिर लोक संकल्प पत्र के जरिए भाजपा ने झूठे वादे किए हैं.”
मायावती ने भाजपा के घोषणापत्र को नाटकबाजी करार देते हुए कहा कि प्रदेश की जनता इनके खोखले और हवा हवाई वादों के झांसे में नहीं आने वाली है. उन्होंने कहा कि भाजपा का घोषणापत्र महज आंखों में धुल झोंकने जैसा ही, इसलिए जनता इनके बहकावे में न आए.
मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने 100 दिन के अन्दर कालाधन लाने की बात कही थी, लेकिन यह वादा भी पूरा नहीं किया. गरीबों को घर देने का भी वादा झूठा निकला.
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी और सपा की मिलीभगत चल रही है. उन्होंने दलित और पिछड़े समाज के लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे तो कतई इनके झांसे में न आए. मायावती ने कहा कि बीजेपी पिछड़े वर्ग का आरक्षण ख़त्म कर देगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी पूर्ण रूप से जातिवादी पार्टी है.
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि चूंकि सभी राजनैतिक पार्टियां चुनावों में घोषणापत्रों के जरिए भ्रम फ़ैलाने की कोशिश करती हैं, इसलिए बसपा कभी घोषणापत्र जारी नहीं करती बल्कि सरकार बनने पर काम करके दिखाने में विश्वास करती है.