सर्जिकल स्ट्राइक में शामिल भारतीय सैनिक को पाकिस्तान ने रिहा किया
नई दिल्ली: भारतीय सैनिक सिपाही चंदू चव्हाण को पाकिस्तान रिहा कर दिया है। वे तीन बजे वाघा बोर्डर से भारत आएंगे। यहां आने के बाद उनकी चिकित्सा जांच की जाएगी। गौरतलब है कि भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद चंदू चव्हाण गलती से पाकिस्तानी सीमा में चले गए थे। वहां पर उन्हें बंधक बना लिया गया था। इसके बाद से उन्हें रिहा कराने की कोशिशें की जा रही थीं। 23 वर्षीय चंदू बाबूलाल महाराष्ट्र के धुले जिले के वोरबीर गांव के रहनेवाले हैं। उनके पिता का नाम बाशन चौहान है। वह 37वीं राष्ट्रीय रायफल के जवान हैं। उनके भाई भी मिलिट्री में ही हैं। उनकी तैनाती फिलहाल गुजरात में है।
पिछले दिनों रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने कहा था कि 22 साल के भारतीय सैनिक चंदू चव्हाण को पाकिस्तान से सुरक्षित वापस लाने की कोशिशें लगातार की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव भरे रिश्तों के मद्देनजर पाकिस्तान सरकार का यह कबूलनामा अहम है कि चव्हाण उनके कब्जे में है। इससे पहले, पाकिस्तानी थलसेना ने इस बात से इनकार किया था कि उसने किसी ऐसे जवान को पकड़ा है जो सितंबर में हुए लक्षित हमलों के बाद नियंत्रण रेखा गलती से पार कर गया था।
चव्हाण 37 राष्ट्रीय राइफल्स के जवान हैं। बाबूलाल ने 29 सितंबर को दोपहर के वक्त LOC पार कर ली थी। यह वही दिन था जब भारतीय डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने सर्जिकल स्ट्राइक के होने की बात कबूली थी। हालांकि, सेना ने यह भी साफ कर दिया था कि बाबूलाल का स्ट्राइक से कोई लेना देना नहीं था। इस्लामाबाद स्थित पाकिस्तानी राजनयिक सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा था कि चंदू बाबूलाल को पाकिस्तानी सैनिकों ने मैनकोट के पश्चिम में झनद्रूत में अपने कब्जे में लिया था और अब उसे सेना के हेटक्वार्टर नियाकल में रखा गया है। बाबूलाल के पकड़े जाने की खबर उसकी नानी लीलाबाई चिंदा पाटील बर्दाशत नहीं कर पाई थी। बाबूलाल के पकड़े जाने की खबर जैसे ही उसकी नानी को मिली उनकी तबीयत बिगड़ गई और वह चल बसी थीं।
आपको बता दें कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में घुसकर आतंकियों के लॉन्च पैड तबाह कर दिए। स्पेशल फोर्सेज के कमांडो ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देते हुए PoK में आतंकियों के 7 कैंप तबाह कर दिए। करीब 4 घंटे चले इस ऑपरेशन में 38 आतंकी मारे गए थे। आतंकियों को बचाने के चक्कर में इस स्ट्राइक में 2 पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए।