कानपूर रेल हादसा: टूटी हुई पटरियों का होगा वैज्ञानिक परीक्षण
जांच टीम को घटनास्थल पर नहीं मिला विस्फोटक का प्रमाण
कानपुर हादसे की जांच के सिलसिले में मोतीलाल पासवान के बयान के सत्यापन के लिए आज प्रभाकर चौधरी, पुलिस अधीक्षक कानपुर देहात के नेतृत्व में जीआरपी द्वारा पुखराया और रुरा में वैज्ञानिक परीक्षण किया गया। इसमे विधि विज्ञान प्रयोगशाला, लखनऊ की विस्फोटक विशेषज्ञ टीम द्वारा पूरे घटनास्थल पर विस्फोटक तथा धातु के लिए परीक्षण किया गया लेकिन उन्हें ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला। परीक्षण में कानपुर नगर और देहात जनपदों की विधि विज्ञान इकाइयाँ, बम डिस्पोसल टीम व, श्वान दल शामिल थे।
आईजी एटीएस असीम अरुण ने कहा कि यदि 10 ली के कुकर में विस्फोटक भरा गया था तो ज़मीन में गड्ढा होना चाहिए था। मोती की स्वीकारोक्ति के सत्यापन के लिए ब्रजकिशोर गिरि से केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से पूछताछ का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा मोती द्वारा बताए गए साथियों के फोन डिटेल से उनकी लोकेशन का परीक्षण किया जा रहा है
श्री असीम अरुण कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त से अति-शीघ्र अपनी आख्या देने के लिए अनुरोध किया गया है और टूटी हुई पटरियों को कब्जे में लेकर उनका वैज्ञानिक परीक्षण कराया जा सकता है