नोटबंदी पर छलका दर्द, वोटर बोले नही चाहिए ऐसी सरकार
आसिफ मिर्जा
सुलतानपुर। विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दल अपनी-अपनी सरकार बनाने को लेकर उत्साहित है। नोटबंदी के बाद आम मतदाता और गरीबों की परेशानी देखते नही बनती। किसी की लाईन में ठंड से मौत हुई है तो किसी के शादी-ब्याह में अड़चन। जिसकों लेकर आम मतदाता बेहद नाराज है।
सरकार की नोटबंदी के खिलाफ आम लोग अब जहर उगल रहे है। इसौली विधानसभा के रामकुमार और अकरम कहते है कि नोटबंदी के वजह से उनका व्यापार चौपट हो गया है। किसान की लागत नही निकली। कई परिवार ऐसे है जो भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके है। सदर विधानसभा के बृजेश आदि का कहना है कि नोटबंदी के बाद सरकार ने सुधार के लिए कोई ठोस कदम नही उठाया। पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। जिससे स्थिति और भी विकराल हो चली है। सुलतानपुर विधानसभा के अतीक का कहना है कि यह सरकार सिर्फ सपने दिखा रही है। हर बात को देशभक्ति से जोड़कर अपना उल्लू सीधा कर रही है। आमजन परेशान हो चुका है। लम्भुआ विधानसभा के लल्लू आदि ने बताया कि सरकार की नीतियों से आम लोगो का जीना दूभर हो गया है। आने वाले दिनों में स्थिति और भी खराब हो सकती है। आम लोगो के साथ-साथ आम नेताओं ने भी नोटबंदी को बुरा दिन कहा।
क्या कहते है भाजपा नेता
भाजपा जिला प्रवक्ता विजय सिंह रघुवंशी का कहना है कि नोटबंदी की वजह से काला धन वापस आ गया है। आतंकवाद और नक्सलवाद का खात्मा हो गया है। लोगो में ईमानदारी बढ़ी है। इससे जनता में खुशी की लहर दौड़ गई है।
बसपा ने बताया काला अध्याय
बसपा पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मराज गौतम का कहना है कि नोटबंदी से आम जन हैरान और परेशान हो गया है। गरीब मजदूर भूखे मर रहे है। नोटबंदी का यह फैसला इतिहास के पन्नों में काला अध्याय होगा।
सपा ने बताया छलावां
सपा नेता शकील अहमद ने नोटबंदी के फैसले को जनता के लिए छलावां बताया है। शकील अहमद का कहना है कि नोटबंदी के फैसले से आम जनता में त्राहि-त्राहि मची हुई है। आने वाले दिनों में जनता ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकेगी।
कांग्रेस बोली मौत की जिम्मेदार है सरकार
यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा का कहना है कि नोटबंदी का फैसला सही हो या गलत, लेकिन इसके कारण हुई मौत की जिम्मेदार बीजेपी है। इससे आम जनता को काफी परेशानी उठानी पड़ी है। जिसका खामियाजा 2017 के चुनाव में बीजेपी को भुगतना पड़ेगा।