विमुद्रीकरण ने ग्राहकों की खरीदारी की भावना पर चोट पहुंचाया: कमल नंदी
लखनऊ: ‘‘उपभोक्ता उपकरणों से विभिन्न घरेलू उत्पादों के जरिए जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मदद मिलती है और इसलिए, यह भारत के तीव्र आर्थिक विकास का महत्वपूर्ण संकेत है। ये उत्पाद सुख-सुविधा वाली वस्तुएं नहीं है, बल्कि लोगों की जिंदगी को अधिक आसान एवं उत्पादक बनाने हेतु आवश्यक उपकरण हैं।
उपभोक्ता उपकरण खण्ड को उत्साहपूर्वक आगामी बजट की प्रतीक्षा है। नीतियों एवं प्रोत्साहनों को लेकर बहुत अधिक अपेक्षाएं हैं, ताकि जीएसटी क्रियान्वयन के आरंभिक चरण के दौरान सहायता मिल सके, जिससे कुछ हद अनिश्चितता बनी रहेगी और इसलिए कारोबारी बिरादरी के लिए चिंता की बात हो सकती है।
इसके अलावा, आगामी बजट में ऐसी नीतियां तैयार किया जाना आवश्यक है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस खण्ड में अधिकतम घरेलू निर्माण हासिल हो सके। कम ऊर्जा खपत वाले उत्पाद तैयार करने हेतु प्रोत्साहन व कर छूट दिया जाना चाहिए, जो कि समय की मांग है और इसलिए, सरकार को इस क्षेत्र में ध्यान देना चाहिए।
हाल ही में विमुद्रीकरण की दिशा में उठाये गये कदम और परिणामस्वरूप नकदी संकट ने ग्राहकों की खरीदारी की भावना पर चोट पहुंचाया है। इसलिए, आर्थिक विकास हेतु खपत को बढ़ावा देने के लिए अत्यावश्यक नीतिगत कदम उठाये जाने चाहिए।