नोटबंदी पर पहली बार बोले राष्ट्रपति
जताया अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी होने ख़तरा
नई दिल्लीः भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को नोटबंदी पर बोलते हुए कहा कि इसका असर अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है। राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा कि इस फैसले से अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी हो सकती है। यह असर कुछ समय के लिए ही पड़ेगा। टीवी रिपोर्ट्स के मुताबिक राष्ट्रपति ने मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले की तारीफ की। प्रणब मुखर्जी ने नोटबंदी पर पहली बार अपनी राय रखी है। प्रणब मुखर्जी ने कहा, ‘कालेधन और भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए लिए गए नोटबंदी के फैसले से कुछ समय के लिए भारत की अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी हो सकती है।’ साथ ही राष्ट्रपति ने सरकार से गरीब लोगों को होने वाली परेशानियों के लिए सावधान रहने के लिए कहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बंद करने का ऐलान आठ नवंबर को किया था। इसके साथ ही लोगों को 30 दिसंबर तक अपने पुराने नोट बैंकों में जमा कराने का आदेश दिया गया था। पीएम मोदी ने कहा था कि 50 दिनों के भीतर अपने पुराने नोट बैंकों में जमा कराए जा सकते हैं। इसके बाद 31 मार्च तक आरबीआई की कुछ ब्रांच में भी पुराने नोट जमा करा सकते हैं।
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले का कई विपक्षी पार्टियों विरोध कर रही हैं। विपक्षी पार्टियों का कहना है कि इसके जरिए एक बड़ा घोटाला किया गया है। कांग्रेस, टीएमसी, बसपा और आम आदमी पार्टी सहित कई दलों ने इस फैसले का विरोध किया था।