लखनऊ: केंद्रीय गृह मंत्रीराजनाथ सिंह ने प्रदेश की जनता को देश के विकास में उसकी भूमिका की याद दिलाते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में 275 से ज्यादा सीटें जिताने का आह्वान किया। श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा केवल सत्ता परिवर्तन नहीं चाहती है, बल्कि भाजपा व्यवस्था परिवर्तन चाहती है। ऐसा व्यवस्था परिवर्तन जहां सुशासन व विकास हो, कानून-व्यवस्था हो, नौजवानों के लिए रोजगार हो, किसानों, गरीबों, दलितों और पिछड़ों के पास ऊपर उठने के अवसर हों। श्री सिंह ने कहा कि सपा परिवार में दंगल चल रहा है और इसका खामियाजा प्रदेश की जनता भुगत रही है। प्रदेश में शासन व कानून-व्यवस्था ठप है और चारों ओर अपराध व भय का माहौल है। भाजपा दंगल नहीं चाहती है, बल्कि भाजपा प्रदेश के लोगों का मंगल चाहती है।

यहां आज सोमवार को रमाबाई अंबेडकर मैदान में परिवर्तन महारैली में आई जनता की विशाल संख्या देखकर उन्होंने कहा कि अपने राजनीतिक जीवन में ऐसी सभा नहीं देखी। यह रैली या सभा नहीं है, बल्कि जन समुद्र है। उन्होंने कहा कि सपा व बसपा के शासन में राज्य में कानून-व्यवस्था बदतर हो गई। सपा व बसपा की सरकारों ने राज्य को तबाह कर दिया। इस महारैली में उमड़ा जनसैलाब यह बताने के लिए काफी है कि भाजपा की सरकार बनेगी, तभी सुशासन व विकास की घर वापसी होगी। केंद्र द्वारा प्रदेश की जनता के लिए जारी धन और योजनाओं को लागू नहीं करने के लिए अखिलेश सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए
राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने राज्य के लिए इतना धन भेजा, लेकिन अखिलेश सरकार ने उसको जनता तक पहुंचाया नहीं। सपा व बसपा सरकारों में किसान, व्यापारी, नौजवान सब परेशान हैं।

किसान खून-पसीने से धान, गेहूं पैदा करते हैं, लेकिन अखिलेश सरकार किसानों का धान, गेहूं नहीं खरीदती है और किसान को बर्बाद होने के लिए छोड़ देती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने खाद व यूरिया के दाम कम किए और किसानों तक पहुंचाया। नतीजा यह हुआ कि मोदी सरकार आने के बाद खाद के लिए किसान को न लाइन में लगना पड़ा और न ही मारामारी मची। केंद्र सरकार ने किसानों को प्राकृतिक आपदा की मार से उबारने के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू की, लेकिन राज्य की सपा सरकार इसका प्रीमियम तक नहीं जमा कर पाई, जिससे प्रदेश के किसान इस योजना का लाभ पाने से वंचित रह गए। केंद्र सरकार किसानों के गन्ना भुगतान के लिए राज्य में धन भेजती है, लेकिन अखिलेश सरकार यह राशि किसानों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी नहीं लेती है। मोदी जी ने पहले गन्ना भुगतान के लिए 6000 करोड़ रुपए दिए और अब ढाई हजार करोड़ रुपए दिए हैं, लेकिन इस राशि को किसानों तक पहुंचाने के बजाय सपा सरकार चुप्पी साध कर बैठी है। श्री सिंह ने कहा कि अखिलेश सरकार ने नौकरियों की भर्ती में भी भ्रष्टाचार फैला रखा है।

भाजपा की सरकार प्रदेश की नौकरियों की भर्ती के लिए साक्षात्कार खत्म करेगी, ताकि भाई-भतीजावाद व बेईमानी की गुंजाइश खत्म हो जाए और प्रदेश के पढ़े-लिखे नौजवान नौकरियां पा सकें। श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कालाधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई छेड़ दी है। नोटबंदी और भ्रष्टाचार के खिलाफ यह लड़ाई देश की जनता का समान रूप से विकास व कल्याण करने के लिए शुरू की गई है। कालाधन व भ्रष्टाचार समाप्त कर मोदी जी देश अमीर और गरीब दोनों बिना भेदभाव के एकसमान सुविधाएं व व्यवस्थाएं देना चाहते हैं। लेकिन कांग्रेस, सपा, बसपा व अन्य विपक्षी दलों को अपने स्वार्थ के कारण भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई और जनता के उत्थान के लिए मोदी जी के कार्य रास नहीं आ रहे हैं। विपक्ष नोटबंदी और भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी जी की लड़ाई का विरोध कर भ्रष्टाचारियों व कालाधन रखने वालों का संरक्षण करना चाहता है।