राष्ट्रीय अधिवेशन में विधायकों, संगठन पदाधिकारियों ने लिया हिस्सा

सुलतानपुर। सपा परिवाहन में चल रहे घमासान में स्थानीय स्तर पर तस्वीर साफ होने लगी है। कल तक चुप्पी रखने वाले सपाई अब खुलेआम मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समर्थन में आ गये है। सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव के रविवार को फरमान के बावजूद सैकड़ों जिम्मेदार सपाइयों ने रविवार को पार्टी के अधिवेशन में हिस्सा लिया। जन प्रतिनिधियों के साथ संगठन के पदाधिकारियों भी राष्ट्रीय अधिवेशन का हिस्सा बने। सपाइयों ने मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जाने का स्वागत किया गया है।

शनिवार को पार्टी में चल रहे घमासान को लेकर स्थानीय सपाई टिप्पणी करने से परहेज कर रहे थे। रविवार को लखनऊ मे आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन में मुख्यमंत्री की ताजपेशी के बाद संगठन और सत्ता से जुड़े सपाइयों के सुर बदल गये। अब खुलेआम मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के समर्थन में आ गये है। सपा जिलाध्यक्ष प्रो. रामसहाय यादव से जब इस बावज सवाल किये गये जो उन्हांेने कहा कि राष्ट्रीय अधिवेशन मे हिस्सा लेकर लौटा रहे है। उन्होंने बताया कि जिले के शत-प्रतिशत जन प्रतिनिधियों ने अधिवेशन में हिस्सा लेकर मुख्यमंत्री का समर्थन किया। राष्ट्रीय अधिवेशन मे हिस्सा न लेने के मुलायम सिंह यादव के फरमान पर जब उनसे सवाल किया गया लो उन्होंने कहा कि हम अकेले थोड़े गये थे, पूरा समाजवादी कुनबा गया हुआ था। इससे साफ होता है कि अब सपा के पदाधिकारी एवं जिले के छह जन प्रतिनिधि खुलकर मुख्यमंत्री के समर्थन में उतर आये है। अब तक दबी जुबां से दोनो तरफ बैलंेस करने में लगे थे, लेकिन एक कहावतहै कि उगते सूरज को सभी सलाम करते है। उसी रास्ते पर जिले के सपाई चल पड़े है। सपाइयों को मुलायम में नही बल्कि अखिलेश यादव में भविष्य दिख रहा है। जबकि सपाइयो ने मुख्यमंत्री को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने का स्वागत किया।