तपस पॉल की गिरफ्तारी राजनीतिक बदले की कार्रवाई: ममता
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस सांसद तपस पॉल को गिरफ्तार किए जाने को राजनीतिक बदले की कार्रवाई बताया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक बदला लेने की सीमा काफी नीचे तक गिर चुकी है। उनके सारे सांसदों को गिरफ्तार कर लिया जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। गौरतलब है कि टीएमसी सांसद और बंगाली अभिनेता तपस पाल को रोज वैली चिटफंड मामले में सीबीआई ने शुक्रवार (30 दिसंबर) को गिरफ्तार किया था।
ममता बनर्जी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ”मोदी बाबू, यदि आप चाहते हैं तो मेरे सारे विधायकों और सांसदों को गिरफ्तार कर लीजिए। हमे समन करने की जरुरत नहीं है, हम तैयार हैं। लेकिन हमें झुकाया नहीं जा सकता।” उन्होंने कहा कि रोज वैली से तो भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो और रूपा गांगुली भी जुड़े हुए थे। बंगाल की सीएम ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह 50 हजार करोड़ रुपये के पर्ल ग्रुप चिटफंड घोटाले से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस नोटबंदी का विरोध कर रही है इसका यह मतलब नहीं है कि उसके सांसद को गिरफ्तार किया जाए। कोर्इ भी किसी भी राज्य का एंबेसेडरन बन सकता है। अमिताभ बच्चन का नाम लेते हुए सवाल किया कि वे भी राज्य के प्रमोशन से जुड़े हुए हैं। कई फिल्मी सितारे और क्रिकेटर्स भी सहारा का प्रमोश कर रहे है। क्या उस समय केंद्र सरकार सो रही थी?
तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पीएम मोदी द्वारा लॉन्च की गई भीम ऐप पर निशाना साधते हुए कहा कि एक लॉटरी ऐप का नाम केंद्र सरकार ने भीमराव अंबेडकर के नाम पर किया है। यह असभ्य मानसिकता और पिछड़ों का अपमान है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने काला धन वापस लेने का वादा किया था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। प्रधानमंत्री ने अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया और देश की आंतरिक व बाहरी सुरक्षा को खतरे में डाल दिया।