महापुरुषों के समारकों पर मोदी का दोहरा मापदंड: मायावती
शिवाजी स्मारक बनाना सही तो दलित महापुरुषों के नाम पर निर्माण फ़िज़ूलख़र्ची कैसे
लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भाजपा व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर महापुरुषों के नाम पर बनने वाले स्मारकों आदि के सम्बन्ध में भी दोहरा मापदण्ड अपनाने की तीखी आलोचना करते हुये कहा कि भव्य शिवाजी स्मारक बनाना अगर सही है तो दलितों व अन्य पिछड़े वर्ग में जन्में महान सन्तों, गुरुओं व महापुरुषों के नाम पर बी.एस.पी. सरकार द्वारा निर्मित किये गये भव्य स्थल, स्मारक व पार्क आदि का निर्माण करना फिर ग़लत एवं फिजूलख़र्ची कैसे हो सकता है।
मुम्बई में मरीन ड्राइव से लगभग ढाई किलोमीटर अन्दर अरब सागर में 3,600 करोड़ रुपयों के लागत से बनने वाले शिवाजी स्मारक का शिलान्यास कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किये जाने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये मायावती ने आज यहाँ जारी एक बयान में कहा कि बी.एस.पी. सभी महान सन्तों, गुरुओं व महापुरुषों को आदर-सम्मान देने के क्रम में उनके नाम से भव्य स्मारक, संग्रहालय व पार्क आदि के निर्माण के ख़िलाफ नहीं हैं, परन्तु यही काम जब बी.एस.पी. की सरकार करती है तो उसकी आलोचना क्यों की जाती है व उसे फिजूलखर्ची क्यों बताया जाता है? इससे भाजपा का दोहरा चाल, चरित्र व चेहरा उजागर होता है तथा दलितों व ओ.बी.सी. वर्ग के प्रति इनकी हीन व जातिवादी मानसिकता भी प्रदर्शित होती है।
उन्होंने कहा कि बी.एस.पी. के शासनकाल में जिन महान सन्तों, गुरुओं व महापुरुषों को आदर-सम्मान देने का काम किया गया है, उन्हें आज़ादी के बाद की सभी सरकारों ने, चाहे वह कांग्रेस पार्टी की सरकार रही हो या फिर भाजपा व सपा आदि की, सभी ने उनकी घोर उपेक्षा की व उनका तिरस्कार किया। इसी कारण बी.एस.पी. की सरकार को इस सम्बन्ध में भी पहल करनी पड़ी थी, परन्तु अब यह काम पूरा कर लिया गया है।
इसके अलावा, प्रदेश की सपा सरकार के मुखिया द्वारा शिलान्यास, घोषणा व आधे-अधूरे कार्यों का भी उद्घाटन करके केवल अपने नाम का पत्थर लगाये जाने का अभियान जारी रखने पर मायावती ने कहा कि इस प्रकार के चुनावी हथकण्डों से प्रदेश की जनता को अब वरगलाया नहीं जा सकता है। आमजनता सपा व भाजपा इन दोनों पार्टियों द्वारा अपनाये जा रहे इस प्रकार के हथकण्डों को ख़ूब समझती है।
चुनावी स्वार्थ व सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की इसी प्रकार की कोशिश के तहत इलाहाबाद में सेतु व पहुँच मार्ग व अन्य और कार्यों का आज सपा सरकार के मुखिया द्वारा शिलान्यास आदि किये जाने पर सुश्री मायावती जी ने कहा कि बिना समुचित बजट आवंटन के ही इस प्रकार के कार्यों के शिलान्यासों के कारण ही प्रदेश भर में सैकड़ों कार्य धन के अभाव में अधूरे पड़े हैं, जो ना केवल ग़लत बल्कि निन्दनीय भी है।