सुल्तानपुर: पुलिस उच्चाधिकारियों पर भारी पड़ रहा होमगार्ड का एक जवान
लतानपुर। जहां पुलिस अधीक्षक पवन कुमार ने समीक्षा बैठक के दौरान अपने सम्बन्धित थानाध्यक्षों, कोतवालों व क्षेत्राधिकारियों को हिदायत दी है कि अपने थानाक्षेत्र के अन्तर्गत किसी भी स्थान पर गाॅजा, स्मैक, चरस, जुआ जैसे जघन्य कार्य करने वालों को बक्शा नहीं जाएगा। जिसके भी क्षेत्र में इस तरह का कार्य हो रहा है सम्बन्धित अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। लेकिन होमगार्ड का एक जवान उक्त सभी आदेशों पर पानी फेर सभी कार्यो का धड़ल्ले से संचालित करवा रहा है।
बतातें चलें कि जिले का एक होमगार्ड सिपाही डयूटी छोड़ सिर्फ जुआरियों, स्मैकियों, और गाॅजे का व्यापार करने वालों को पुलिस द्वारा की जा रही अचानक छापेमारी की जानकारी देकर लोगों से अच्छा पैसा वसूल कर रहा है। इतना ही नहीं चाहे रेलवे स्टेशन हो, जीआईसी ग्राउण्ड हो, शास़्त्रीनगर मोहल्ला, खैराबाद, घासीगंज, मालगोदाम, विवेकनगर, करौदियां, निरालानगर, गोलाघाट, सीताकुण्ड जैसे तमाम स्थानों पर इस तरह के जघन्य अपराधों को अन्जाम देने वालों को सुरक्षा मुहैया कराकर अपना उल्लू सीधा कर रहा है। जिसके एवज में लोगों से मोटी रकम की वसूली भी कर रहा है। आपको बता दें कि ये होमगार्ड जवान कौन है, इसका नाम है सन्तोष जायसवाल। जिले में पहले अपने-आपको एसओजी का जवान बताता था, रोडवेज की बसों में भी इस जवान द्वारा लोगों से वसूली की गयी, जिस पर इसके खिलाफ कार्यवाही भी हो चुकी है। बावजूद इसके जिले के उच्चाधिकारियों की आखिरकार नजरे इस जवान इनायत क्यों है? ये अपने-आपने में सोचनीय प्रश्न बनकर उभर रहा है। इस बावत जिले के कोतवाल से बात की गई तो उन्होंने इस मामले की जाॅच कराई जायेगी दोषी पाये जाने पर कार्यवाही की जाएगी। लेकिन सोचना यह है कि जो जिले के उच्चाधिकारियों को अच्छी सुविधा मुहैया करा रहो उस किस तरह की कार्यवाही पुलिस प्रशासन द्वारा की जाएगी।
आखिर क्यों मेहरबान है होमगार्ड जवान पर जिले के उच्चाधिकारी?
बतातें चलें कि लोगों का कहना यह है कि आये दिन नशे की लत को पूरा करने के लिए नशे की गिरफ्त या जुए की गिरफ्त में हो चुके नवयुवक चाहे चोरी या फिर कोई बड़ा जघन्य अपराध करने में कोई गुरेज नहीं कर रहे है लेकिन जिले का बदनाम होमगार्ड जिले में इस तरह का जघन्य अपराध कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है। लोगों में चर्चा यह भी है कि इस तरह के करा रहे होमगार्ड द्वारा कार्य में जिले के उच्चाधिकारी भी शामिल है या फिर नही।