समाजवादियों ने उ0प्र0 को विकास का रास्ता दिखाया: मुख्यमंत्री
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादियों ने उत्तर प्रदेश को विकास का रास्ता दिखाया है। बेहतर सड़कें, बिजली की लगातार आपूर्ति, शिक्षा के क्षेत्र में बदलाव, पानी का इंतजाम, अच्छी कानून-व्यवस्था के माध्यम से राज्य में तरक्की और खुशहाली आ सकती है। समाजवादी सरकार ने लगातार इनकी बेहतरी के लिए काम किया है। बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने के साथ ही सोशल सेक्टर में समाजवादी सरकार द्वारा किए गए काम अन्य सरकारों के लिए उदाहरण है।
मुख्यमंत्री आज यहां होटल ताज विवान्ता में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार ने अपने संसाधनों से देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे को रिकाॅर्ड समय में बनाने का काम किया। देश का कोई भी प्रदेश अपने संसाधनों से इतना बड़ा एक्सप्रेस-वे नहीं बना पाया है। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के निर्माण से केवल देश और प्रदेश की राजधानियां ही नहीं जुड़ीं बल्कि अनेक शहर और गांव भी जुड़े हैं। इसके किनारे जो मण्डियां बन रही हैं उससे किसानों और ग्रामीण इलाकों की अर्थव्यवस्था को बहुत लाभ होगा। समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के रूप में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे को आगे बढ़ाकर सुल्तानपुर, आजमगढ़ होते हुए गाजीपुर-बलिया तक ले जाया जा रहा है। इससे प्रदेश के पूर्वी इलाके में भी आर्थिक गतिविधियां बढेंगी और इस क्षेत्र का विकास सम्भव हो पाएगा।
श्री यादव ने कहा कि मेरठ से करनाल, मुरादाबाद से सम्भल, बरेली से हल्द्वानी, बाबतपुर से भदोही, बरेली से बदायूं, गोरखपुर से देवरिया, देवरिया से सलेमपुर आदि सहित समाजवादी सरकार द्वारा अभी तक 50 से भी अधिक जिला मुख्यालयों को 4-लेन सड़कों से जोड़ा जा चुका है। देवरिया-गोरखपुर, देवरिया-सलेमपुर आदि मार्गों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश के पूर्वी इलाके में भी अनेक 4-लेन सड़कों पर काम प्रारम्भ हो गया है। उन्होंने कहा कि गोण्डा-बलरामपुर मार्ग को आर0सी0सी0 बनाया जा रहा है, क्योंकि इस इलाके में ज्यादा पानी होने की वजह से बिटुमिन की सड़क लम्बे समय तक चल नहीं पाती।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी सरकार ने अनेक शहरों में मेट्रो रेल परियोजनाएं शुरू करायी हैं। समाजवादी सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई ‘यू0पी0-100’ पुलिस आपातकालीन प्रबन्धन प्रणाली सेवा की सफलता की खबरें लगातार आ रही हैं। समाजवादी सरकार की निःशुल्क लैपटाॅप वितरण योजना से प्रदेश के गांव-गांव में लैपटाॅप पहुंच गया। 18 लाख छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप वितरित करने से डिजिटल डिवाइड कम हुआ है। आने वाले समय में स्मार्टफोन भी लोगों तक पहुचाएंगे। बिना प्रचार के स्मार्टफोन के लिए लगभग एक करोड़ रजिस्ट्रेशन हो चुका है। प्रचार करने पर यह संख्या 3 करोड़ भी हो सकती है। लोगों ने इतने बड़े पैमाने पर स्मार्टफोन के लिए रजिस्ट्रेशन इसीलिए कराया है क्योंकि उन्हें भरोसा है कि समाजवादी अपना वादा पूरा करते हैं।
श्री यादव ने कहा कि शहरी इलाकों में 24 घण्टे तथा ग्रामीण इलाकों में 18 घण्टे बिजली की आपूर्ति की जा रही है। कानपुर जैसे शहर में बिजली की बेहतर व्यवस्था के कारण इनवर्टर की बिक्री आधी से भी कम हो गई है। आने वाले समय में गांवों में भी 24 घण्टे बिजली पहुंचायी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं को बेहतर शिक्षा मुहैया कराने के लिए समाजवादियों ने अनेक विश्वविद्यालय व शैक्षिक संस्थाओं की स्थापना भी करायी है। साथ ही, कौशल विकास के बेहतर अवसर समाजवादी सरकार द्वारा मुहैया कराए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहरों के विकास के साथ ही, समाजवादी सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए अनेक कदम उठाए। किसानों को मुफ्त सिंचाई के साथ बीज, खाद तथा अन्य कृषि निवेशों की समय से उपलब्धता सुनिश्चित की गयी। कामधेनु डेयरी योजना से दूध उत्पादन के साथ-साथ पशुधन में भी बढ़ोत्तरी हुई है। गरीब परिवारों को समाजवादी पेंशन सीधे उनके खाते में मुहैया करायी जा रही है। जनेश्वर मिश्र ग्राम योजना और डाॅ0 राम मनोहर लोहिया समग्र ग्राम विकास योजना के माध्यम से गांवों की बुनियादी व्यवस्था को बेहतर किया गया है। लोहिया आवास के लिए 03 लाख 05 हजार रुपए की सहायता तथा सोलर पैनल से बिजली का इंतजाम कराया गया है।
श्री यादव ने कहा कि ओलावृष्टि में राज्य सरकार ने अपने संसाधनों से किसानों की मदद की। नीति आयोग बनने के बाद राज्य सरकार को उसके हिस्से से 09 हजार करोड़ रुपए कम मिले। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की आबादी देश में सबसे ज्यादा है। इसलिए यह बड़ा बाजार है और यहां उत्पादों की खपत भी बड़ी मात्रा में है। उन्होंने कहा कि ऐसा फाॅर्मूला बनाया जाना चाहिए कि जी0एस0टी0 के लागू होने से प्रदेश को कोई नुकसान न उठाना पड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने बुन्देलखण्ड क्षेत्र के विकास के लिए अनेक कार्यक्रम चलाए हैं। यहां सूखे की स्थिति को देखते हुए प्रदेश सरकार ने तालाबों, कुओं व नदियों की बेहतरी के लिए काम कराया गया। जिससे सूखे की समस्या से बुन्देलखण्ड की जनता को निजात दिलायी जा सके। इसके अलावा, वर्तमान राज्य सरकार द्वारा समाजवादी सूखा राहत पैकेट लोगों को उपलब्ध कराया गया, इस पैकेट में आटा, तेल, नमक, दाल, चीनी, घी के साथ-साथ चावल की भी व्यवस्था की गई है। ओलावृष्टि के दौरान किसानों को उनकी फसलों के हुए नुकसान की भरपाई को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार के सहयोग के बिना अपने ही संसाधनों से भरपूर मदद की।
श्री यादव ने कहा कि आज देश की जनता भी मानती है कि समाजवादियों ने उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाने के लिए काम किया है। राज्य के गरीब, किसान, मजदूर चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार फिर से सत्ता में आये। काम और परिस्थितियां दोनों समाजवादियों के साथ हैं। प्रदेश की जनता ने मन बना रखा है कि विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए समाजवादी सरकार को फिर से सत्ता में लाना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि काला धन, भ्रष्टाचार अथवा आतंकवाद आदि जिन उद्देश्यों के लिए नोटबंदी शुरू की गई थी, उसमें असफल रही है। उद्देश्यों में असफलता के चलते अब उसका लक्ष्य कैशलेस अर्थव्यवस्था के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। नोटबंदी से आम जनता को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण इलाकों की बैंक शाखाओं में अभी तक पैसा नहीं मिलता। अगर प्रदेश की कानून-व्यवस्था बेहतर नहीं होती तो आज राज्य में बैंकिंग व्यवस्था को संचालित करना मुश्किल हो जाता।