यूपी चुनाव में पर्यावरण को मिले प्राथमिकता: सीड
गाजियाबाद: कोसांबी सेंट्रल पार्क में सेंटर फॉर एनवायर्नमेंट एंड एनर्जी डिवेलपमेंट (सीड)की और से 100% यूपी कैंपेन के तहद चल रहे पर्यावरण चुनावी जनसंवाद कार्यक्रम का विस्तार किया गया। इसका उधेश्य रिन्यूएबल एनर्जी, स्वच्छ हवा, साफ पानी और वेस्ट मैनेजमेंट के सही तरीकों को सुनिश्चित करके राज्य में एक दीर्घकालिक स्वस्थ वातावरण तैयार करना है।
इस अवसर पर सेंटर फार इन्वायरमेंट एंड एनर्जी डेवलपमेंट (सीड) की प्रोग्राम हेड मिस सुरभि शिखा ने कहा कि तेजी से बढ़ते हुए शहरीकरण और विकास ने यूपी में कई दिक्कतें खड़ी की हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण है कि राज्य के हर हिस्से में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। विश्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक देश के सबसे 20 प्रदूषित शहरों में से चार यूपी के हैं। 2005 की एक रिपोर्ट के मुताबिक पूरे देश में यूपी से सबसे ज्यादा ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जित होती है, जो देश के कुल उत्सर्जन का 14% है। ग्रामीण इलाकों के आठ करोड़ लोग और शहरी इलाकों के 50 लाख लोग अब भी बिना आधुनिक बिजली के रह रहे हैं। सॉलिड वेस्ट का
ठीक तरह से निस्तारण नहीं होने की वजह से जमीन, हवा और पानी की भी गुणवत्ता खराब हुई है।
कार्यक्रम में सीड के प्रतिनिधि अभिषेक चंचल नें कहा इस कैंपेन का उद्देश्य 10 लाख लोगों तक पहुंचना है जिससे कि वो सिविल सोसाइटी समूहों के जरिए राजनैतिक पार्टियों से मांग कर सकें कि आने वाले 2017 के यूपी चुनाव में वो इस मुद्दे को अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करें।
चेतना संस्था के कनक मित्तल ने कहा कि इस मुद्दें को राजनैतिक घोषणा पत्र में हुबहू शामिल करने के लिए विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ साझा किया जायेगा | यह अभियान आने वाले दिनों में लाखो वोटरों के बीच में पर्यावरण के प्रति जागरूकता के लिए एक मिसाल कायम करेगा |
कार्यक्रम को संम्बोधित करते हुए कारवा के विनय मित्तल नें जन संवाद में सभी नागरिक संगठनो के प्रतिनिधियों को इस मुहीम में शामिल होने की अपील की और कहा कि वे अपने अपने क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों से आग्रह करे कि वो सौ प्रतिशत यूपी अभियान को समर्थन करे।
इस कार्यक्रम में कोसांबी शहरीय क्षेत्र के नागर समाज संगठन, बुद्धिजीवी-वर्ग, महिला समूह, छात्र समूह, इत्यादि के प्रतिनिधि शामिल हुए।