शरद पवार ने क्रिकेट से नाता तोड़ा
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफ़ा
मुंबई: भारत में क्रिकेट को चलाने में शरद पवार की पावर अब कोई इनिंग नहीं खेलेगी. शनिवार को उन्होंने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन में अपनी पारी ख़त्म होने का ऐलान कर दिया. माना जा रहा है कि भारतीय क्रिकेट में सुधार के लिए बनी लोढ़ा कमेटी की सिफारिशें लागू करने के सुप्रीम कोर्ट के दबाव के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने एमसीए के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दिया है.
लोढ़ा कमेटी की एक अहम सिफारिश है कि देश में क्रिकेट के प्रशासकों की उम्र 70 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. पवार के इस्तीफे के बाद एमसीए के उपाध्यक्ष वीपी सेठी ने कहा उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इस्तीफा दिया. आगे हमें क्या करना है.. इसका फैसला मैनेजिंग कमेटी की अगली बैठक में होगा. इस बारे में मुंबई बीजेपी अध्यक्ष और एमसीए उपाध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा मुझे इस बारे में सुबह ही पता चला. पवार साहब ने क्रिकेट को बहुत कुछ दिया है. ये हमारे लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.
जून 2015 में शरद पवार तीसरी बार मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट चुने गए थे. इससे पहले पवार 2005 से 2008 तक बीसीसीआई के अध्यक्ष भी थे. शरद पवार 2010-2012 तक इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी के भी अध्यक्ष रहे.
वैसे शरद पवार ने जुलाई में कहा था कि वो क्रिकेट के अलावा और भी जिन खेलों से बतौर प्रशासक जुड़े हैं, उससे भी रिटायरमेंट ले लेंगे, लेकिन कुछ दिनों पहले एमसीए ने लोढ़ा कमेटी के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने की सोची थी, बाद में इरादा बदल दिया था.