ब्रिस्बेन टेस्ट: स्मिथ के शतक ऑस्ट्रेलिया की मज़बूत शुरुआत
ब्रिस्बेन: कप्तान स्टीवन स्मिथ के नाबाद शतक के दम पर ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान के खिलाफ पहले दिन-रात्रि टेस्ट क्रिकेट मैच के शुरुआती दिन गुरुवार को अच्छी शुरुआत करके तीन विकेट पर 288 रन बनाए.
स्मिथ ने उस समय क्रीज पर कदम रखा, जबकि टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरे ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 25वें ओवर में दो विकेट पर 75 रन था. इसके बाद उन्होंने एक छोर पर पांव जमाया और अभी 110 रन बनाकर खेल रहे हैं. स्मिथ ने इस बीच सलामी बल्लेबाज मैट रेनशॉ (71) के साथ तीसरे विकेट के लिए 76 रन जोड़े, जबकि पीटर हैंड्सकांब (नाबाद 64) के साथ वह 137 रन की अटूट साझेदारी कर चुके हैं.
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने अब तक 192 गेंदों का सामना करके 16 चौके लगाए हैं. हैंड्सकांब ने उनका अच्छा साथ देकर पाकिस्तानी आक्रमण को पहले दिन निराश किया. हैंड्सकांब ने 150 गेंद खेली हैं और उनकी पारी में आठ चौके शामिल हैं. रेनशॉ और डेविड वार्नर (32) ने पहले विकेट के लिए 70 रन जोड़कर गेंद की चमक उतारी, लेकिन पाकिस्तान ने दो ओवर के अंदर दो विकेट लेकर अच्छी वापसी की.
तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने वार्नर को पगबाधा आउट किया. ऑस्ट्रेलियाई उप कप्तान ने रेफरल नहीं लिया, क्योंकि बाद में 'बॉल ट्रैकर' से पता चला कि गेंद लेग स्टंप को केवल छूकर निकल जाती. वार्नर की जगह क्रीज पर उतरे उस्मान ख्वाजा (चार) ने अगले ओवर में लेग स्पिनर यासिर शाह की गेंद पर गलत शॉट खेलने का खामियाजा भुगता. ख्वाजा ने
आगे बढ़कर शॉट लगाना चाहा, लेकिन गेंद सीधे शॉर्ट मिडविकेट पर खड़े पाकिस्तानी कप्तान मिसबाह उल हक के पास चली गई.
अपना दूसरा टेस्ट मैच खेल रहे इस 20-वर्षीय बल्लेबाज ने वहाब की गेंद पर आउट होने से पहले पूरे आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी की. उन्होंने अपने टेस्ट करियर का पहला अर्धशतक जमाया. इस बीच वहाब ने शॉर्ट पिच गेंदों से उनकी कड़ी परीक्षा ली, लेकिन अपनी मजबूत रक्षात्मक तकनीक से रेनशॉ पर इसका कोई असर नहीं पड़ा.
दिन का खेल समाप्त होने के लिए जब तीन ओवर बचे हुए थे तब स्मिथ ने आमिर की गेंद पर चौका जड़कर अपने करियर का 16वां शतक जमाया. उन्हें 53 रन के निजी योग पर जीवनदान मिला था. तब स्पिनर अजहर अली की गेंद पर सरफराज उनका कैच नहीं ले पाए थे. स्मिथ और हैंड्सकांब ने तीसरे सत्र में पाकिस्तान को कोई सफलता नहीं मिलने दी, जबकि अभी तक गुलाबी गेंद से इस सत्र में गेंदबाजों को सबसे अधिक सफलता मिलती रही है.