सुल्तानपुर: नगर कोतवाली के सिपाही मानसिक प्रताड़ना शिकार!
सुलतानपुर। नगर कोतवाली के कुछ सिपाही मानसिक प्रताड़ना से तंग है। धीरे-धीरे पनप रहे आक्रोश पर गौर न किया गया तो किसी दिन स्थिति गम्भीर हो सकती है। आक्रोश के पीछे अधिकारियों से झूठी शिकायत की वजह मानी जा रही है। हालाकि एकाध सिपाहियों ने अनयत्र थानों पर तबादले का मन बनाया है।
नगर कोतवाली क्षेत्र में घटित गम्भीर से गम्भीर घटनाओं का खुलासा अभी बाकी है। इसके पीछे यह भी माना जा रहा है कि साहब को अपने मातहतों का पूरा सहयोेग नही मिल रहा है। इसके पीछे बड़ी गम्भीर वजह बताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक अक्सर उच्चाधिकारियों से सिपाहियों की झूठी शिकायत कर उन्हे दंडित करा दिया जाता है। मनचाहे सिपाहियों को पूरी छूट दे रखी गयी है। सूत्रों के मुताबिक उच्चाधिकारियों के नजर में अच्छा बनने के चक्कर में झूठी शिकायत तो कर दी जाती है, लेकिन साहब इन्ही मातहतो की नजर में गिर जा रहे है। कोई सूचना मिलने के बावजूद भी वह साहब से साझा नही करते है। यही वजह है कि नगर कोतवाली पुलिस का नेेटवर्क बेहद कमजोर हो चला है। सूत्रों का कहना है कि धीरे-धीरे आक्रोश कुछ ज्यादा ही बढ़ता जा रहा है। समय रहते यदि इस गम्भीर मामले पर गौर न किया गया तो स्थिति और भी गम्भीर हो सकती है। सूत्रों का कहना है कि झूठी चुंगलखोरी के चलते कोई भी मातहत एक साहब का विपरीत परिस्थितियों में भी साथ नही देते है। उत्तरी छोर पर एक थाने पर तैनाती के दौरान एक माननीय ने खरी खोटी सुनाई थी। वजह यह थी कि इनकी कार्यशैली से जनता त्रस्त थी। इसी के बाद अधिकारियों को मनगढंत कहानी बताकर खासमखास हो गये। सूत्रों का कहना है कि हरदोई, फैजाबाद आदि थानो पर तैनाती के दौरान साहब को अपमानित भी होना पड़ गया था। बहरहाल जांच कराई जाए तो मातहतों के आक्रोश का पैमाना नापा जा सकता है।
नगर कोतवाली पुलिस तिल का ताड़ बनाने में भी माहिर है। बुधवार की देर रात शहर के बस स्टाप स्थित एक भोजनालय पर विवाद हो रहा था। जहां कवरेज करने पत्रकार विशाल पहुंच गया। पुलिस को देख हमलावर तो भाग निकले, लेकिन पत्रकार व पीड़ित को पकड़कर पुलिस कोतवाली ले आयी। जहां पर पीड़ित के साथ पत्रकार का भी पुलिस ने 151 के तहत चालान कर दिया। मजे की बात यह है कि सभी को जेल हो जाए इसके लिए कोतवाली पुलिस ने चालानी रिर्पोट पर लिख दिया कि यह सभी महिलाओं के साथ छेड़खानी कर रहे थे। हालाकि सिटी मजिस्ट्रेट ने पुलिस की थ्योरी को नकारते हुए सभी को जमानत दे दिया। जो लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है।