जूनियर हॉकी विश्व कप: भारत की धमाकेदार शुरुआत
कनाडा को 4-0 से हराया, जर्मनी, इंग्लैंड और न्यूज़ीलैंड ने भी जीत से की शुरुआत
इंस्टेंट खबर ब्यूरो
लखनऊ : खिताब की प्रबल दावेदारों में से मेजबान और चैंपियन जर्मनी ने गुरुवार को जूनियर हॉकी विश्व कप में शानदार ढंग से अभियान शुरू किया। भारत ने पूल डी के अपने शुरुआती मैच में कनाडा को 4-0 से शिकस्त दी। भारत ने बेहतरीन खेल दिखाया। उसके लिये मंदीप सिंह ने 35वें मिनट, हरमनप्रीत सिंह ने 46वें मिनट, वरूण कुमार ने 60वें मिनट और अजीत पांडे ने 66वें मिनट में गोल कर टीम को पूरे तीन अंक दिलाए।
घने कोहरे के कारण देर शाम में मैच के आयोजन पर अनिश्चितता बनी हुई थी, इसी के कारण अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने मैच 12 मैच मिनट पहले ही शुरू कर दिया। फार्म और उम्मीदों को देखते हुए भारतीय टीम कनाडा के खिलाफ प्रबल दावेदार मानी जा रही थी और मेजबानों ने उम्मीदों के अनुरूप प्रदर्शन किया। हालांकि शुरू में टीम थोड़ी नर्वस दिखी।
लेकिन जैसे जैसे मैच आगे बढ़ा भारतीय जूनियर खिलाड़ियों ने एकजुट होकर खेल दिखाया और कनाडा के डिफेंस पर आक्रमण शुरू कर दिया। कनाडा की 18 सदस्यीय टीम में 13 भारतीय मूल के खिलाड़ी थे। मेजबानों को पहला मौका चौथे मिनट में मिला लेकिन अरमान कुरैशी का रिवर्स हिट नेट में ही उलझ गया। भारत को 12वें मिनट में लगातार पेनल्टी कार्नर मिले, लेकिन दोनों ही मौकों पर हरमनप्रीत सिंह की कोशिश कनाडा के गोलकीपर इक्विंदर गिल ने नाकाम कर दी।
बीते समय में कई मौकों पर सीनियर टीम के लिये खेल चुके और चोट से वापसी कर रहे मंदीप सिंह गोल करने के करीब पहुंचे लेकिन कनाडाई गोलकीपर ने उनका रिवर्स शाट रोक दिया। भारत को सफलता पहले हॉफ के अंतिम मिनट में मंदीप के जरिये मिली, जिन्होंने सही समय पर सही पाजीशन में हरमनप्रीत की मदद से गोल किया। दूसरे हॉफ के बाद भारत ने दबाव बढ़ा दिया और उसने कुछ मौके गंवाए भी।
44वें मिनट में हरजीत सिंह का शाट सर्कल से वाइड चला गया। चौथे पेनाल्टी कार्नर पर वरुण की फ्लिक का कनाडाई डिफेंस ने गलत तरीके से बचाव किया जिससे भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिला और हरमनप्रीत ने बढ़त दोगुनी कर दी। वरुण ने भारत के लिए पांचवें पेनाल्टी कार्नर पर गोल कर दागा। हूटर से चार मिनट पहले अजीत ने मनप्रीत जूनियर के पास पर स्कोर 4-0 कर दिया। भारत अब शनिवार को अगले पूल मैच में इंग्लैंड से भिड़ेगा।
आज दिन में इंग्लैंड ने पूल सी में दक्षिण अफ्रीका को 4-2 से शिकस्त दी। इंग्लैंड के लिये एडवर्ड होर्लर ने पांचवें और नौंवे मिनट में दो पेनाल्टी कार्नर को गोल में तब्दील किया जबकि पीटर स्काट ने 11वें और जोनाथन ग्रिफिथ ने 62वें मिनट में गोल दागा।
इससे पहले छह बार की खिताबधारी जर्मनी ने इस बार भी जूनियर हॉकी विश्व कप के पहले मैच में धमाकेदार आगाज किया है। दूसरी बार खिताबी हैट-ट्रिक बनाने का इरादा लेकर पहुंची जर्मनी ने अपने पूल के पहले मुकाबले में गुरुवार को स्पेन को 2-1 से मात दी।
लखनऊ में स्पोर्ट्स कॉलेज के ध्यानचंद एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम पर बेहद तेज गति के इस मुकाबले में ठेठ यूरोपीय हाकी देखने को मिली। लम्बे पास और सटीक हिट को दोनों ही टीमों ने हथियार बनाया, पर डिफेंस की मामूली चूक स्पेन को महंगी पड़ी। जर्मनी ने दोनों गोल पेनल्टी कार्नर पर किए। वहीं स्पेन के खाते में मैदानी गोल रहा।
पहले हाफ के 25वें मिनट में जर्मनी ने अपना दूसरा पेनल्टी कार्नर हासिल किया। इस पर एन्टन बोकेल ने शानदार रिवर्स हिट से गोल मार कर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया। दूसरे हाफ में खेल के 45वें मिनट में स्पेन के मैनुअल बोर्डस ने जर्मनी के रक्षकों को छकाते हुए खूबसूरत गोल कर मुकाबला 1-1 की बराबरी ला खड़ा किया। खेल के आखिरी क्षणों में जर्मनी ने पेनल्टी कार्नर हासिल किया। इस पर टिम हर्टबर्च ने सही अंदाजा लगाते हुए गोल पोस्ट के हिस्से से गोल भीतर दाखिल कर अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया। इसी स्कोर पर मैच खत्म हुआ।
आज दिन के पहले मैच में ओसियाना चैंपियनशिप से क्वालीफाई कर पहुंची न्यूजीलैण्ड ने जूनियर वर्ल्ड कप में शानदार आगाज किया। इस कांटे के मुकाबले में न्यूजीलैण्ड को खासा संघर्ष करना पड़ा। 70 मिनट के इस हाई वोल्टेज मुकाबले में न्यूजीलैण्ड ने 1-0 गोल से जीत दर्ज की। दोनों ही टीमों ने शुरुआत से ही आक्रामक रुख अपनाया। दोनों ही टीमों के खेलने शैली एक ही जैसी थी।
यही कारण रहा कि पहला गोल देखने के लिए दर्शकों को 55 मिनट तक इंतजार करना पड़ा। खेल के 55वें मिनट में न्यूजीलैण्ड ने दाएं फ्लैंक से मूव तैयार किया। कप्तान रीड ब्राड व लेन सैम खूबसूरत तालमेल बैठाते हुए गेंद जापान की डी तक पहुंचाने में सफल रहे। पर मामूली फाउल के कारण जापान को पेनल्टी कार्नर के रूप में खामियाजा भुगतना पड़ा। न्यूजीलैण्ड के ओलिवर लोगन पेनल्टी कार्नर पर शानदार गोल करते हुए अपनी टीम को जीत दिला दी। न्यूजीलैण्ड यह बढ़त आखिर तक बनाए रहा।