बाबा साहब के बताये रास्ते पर चलना ही ध्येय- दिलीप मिश्र
सुलतानपुर। भारतीय संविधान के शिल्पकार एवं सुप्रसिद्ध शिक्षाविद भारत रत्न डाॅ. बाबा साहेब अम्बेडकर के महा परिनिर्वाण दिवस पर युवा समाजसेवी दिलीप मिश्र ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का बलिदान हम व्यर्थ नहीं जाने देगें उनके बताये हुए रास्ते पर हमें चलना चाहिए, गरीब और अमीर का भेदभाव नहीं होगा। गरीब, असहायों की मदद करनी चाहिए जिससे एक स्वच्छ और मजबूत भारतवर्ष का निर्माण हो सके। इस मौके पर सत्यदेव तिवारी, राजेश उपाध्याय, बी.के. श्रीवास्तव, उर्मिला, परमीला, लखपता, पप्पू गौतम आदि लोग उपस्थित रहे।
समरसता के पक्षधर थे डाॅ. भीमराव अम्बडेकर-राजीव
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नगर सेवा विभाग ने दरियापुर स्थित अम्बेडकर पार्क में प्रातः काल परिनिर्वाण दिवस मनाया। डाॅ. अम्बेडकर साप्ताहिक शिक्षा सेवा केन्द्र के छात्रों ने बाबा साहब अमर रहे एवं भारत माता की जय के गगनभेदी नारे लगाये।
बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में मौजूद सेवा भारती के मंत्री डाॅ. राजीव त्रिपाठी ने अम्बेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उन्होंने कहा कि डाॅ. साहब देश भक्त के सच्चे सपूत, महान विभूति विधिवेत्ता तो थे ही वे सही मायनों में माटी के रत्न थे। इसीलिये वे समाज में समरता के प्रवाह को प्रबल पक्षधर थे। उन्होंने आगे कहां कि डाॅ. अम्बेडकर ने जब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के शिविर को देखने गये थे तो वहां की व्यवस्था को देखकर डाॅ. हेडगेनार से कहा था कि इसी परिपाटी से ही समरस्ता एवं समानता का प्रवाह हो सकता है। इस पुनीत कार्य को करना होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डाॅ. सुनील कुमार त्रिपाठी कोषाध्यक्ष सेवा भारती ने कहा कि उनका व्यक्तित्व विराट था, उनकी सोच उच्चकोटि की थी। उनका चरित्र राष्ट्रीय था इसीलिए उन्होंने केवल अनुसूचित जाति के लिये आरक्षण का प्राविधान केवल दस वर्ष के लिये किया था। आज उनको जाति विशेष तक सीमित किया जा रहा है। यह सोच देश के लिये घातक है। आज उनके निर्वाण दिवस पर हम सबको सम्पूर्ण वंचित समाज की सेवा का संकल्प लेना चाहिये। कार्यक्रम का संचालन करते हुए वेद प्रकाश पाठक नगर सेवा प्रमुख ने कहा कि डाॅ. साहब में शिक्षा ग्रहण करने की अद्भुत ललक थी। आज के विद्यार्थी को उनके इस गुण को आत्मसात करना चाहिये तभी देश का विकास हो सकेगा। इस अवसर पर अमर गौतम, सत्यम गौतम एवं आजाद की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर पदाधिकारियों ने भी डाॅ. साहेब के प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी तथा उनके विचारों पर लोगों से चलने की बात कही।