रेसिडुअल वैल्युज और ओनरशिप की कुल लागत लग्जरी कार खरीदारों के लिए महत्वपूर्ण पैमाने
भारत में नये और प्री-ओन्ड वाहनों के इंडस्ट्री के पहले मूल्य निर्धारण एवं विश्लेषण मंच, इंडिया ब्लू बुक ने ‘‘रेसिडुअल वैल्यू एनालिसिस ऑफ लग्जरी कार सेगमेंट’’ नामक अपना अध्ययन जारी किया। इस रिपोर्ट में भारतीय कार बाजार के इस आरंभिक किंतु बढ़ते खण्ड पर प्रकाश डाला गया है।
भारत के लग्जरी कार बाजार के 90 प्रतिशत से अधिक हिस्से पर तीन ब्रांड्स – मर्सिडिज, ऑडी और बीएमडब्ल्यू का कब्जा है रेसिडुअल वैल्यू और ओनरशिप की कुल लागत लग्जरी कार खण्ड में ग्राहकों के लिए महत्वपूर्ण पैमाना बनती जा रही है रेसिडुअल्स की दृष्टि से लोकप्रिय मॉडल्स के विश्लेषण में निम्नलिखित तथ्य उजागर हुएः प्रीमियम ब्रांड्स के रेसिडुअल्स 3 वर्षों में 50 प्रतिशत अवमूल्यन का संकेत देते हैं, जिससे वो प्री-ओन्ड कार खण्ड में बेहद लोकप्रिय हो चुके हैं लग्जरी कारों के ओनरशिप की कुल लागत 3-वर्ष की ओनरशिप अवधि के दौरान कार की ऑन-रोड कीमत का 60 प्रतिशत से अधिक रहने का अनुमान है अधिकांश कंटेंट के लिए ऑन-रोड कीमत को सामान्य रखते हुए, बीएमडब्ल्यू की गाड़ियों की कीमत ऑडी और मर्सिडीज की अपेक्षा अच्छी हैमर्सिडीज के सर्विस पर आने वाला खर्च ऑडी और बीएमडब्ल्यू की तुलना में क्रमशः 24 प्रतिशत और 29 प्रतिशत कम है
यह रिपोर्ट इंडिया ब्लू बुक के इनसाइट्स की श्रृंखला का हिस्सा है। इसमें महिंद्रा फर्स्ट च्वाइस व्हील्स लिमिटेड के फ्रेंचाइजी नेटवर्क के जरिए भारत के सबसे बड़े मल्टीब्रांड युज्ड कार फुटप्रिंट ‘‘ऑन द ग्राउंड’’ और इंडिया ब्लू बुक और ई-डिग प्लेटफॉर्म्स सहित इंडस्ट्री की अग्रणी ऑनलाइन प्रोपर्टीज के साथ ‘इन द क्लाउड’ मौजूदगी को उपयोग में लाया जाता है। प्दकपंदइसनमइववाण्बवउ पर हर महीने खुदरा एवं होलसेल चैनल्स में युज्ड कारों के हजारों ट्रांजेक्शंस होते हैं। कंपनी द्वारा नियमित रूप से यह आंकड़ा जुटाया जाता है, ताकि ग्राहकों को सोच-समझकर कार खरीदने एवं बेचने का निर्णय लेने में सक्षम बनाया जा सके।