दलितों के लिए सबसे ज़्यादा काम कांग्रेस ने किया: हिलाल नक़वी
लखनऊ: भारत रत्न बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर के निर्वाण दिवस पर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती द्वारा दिये गये भाषण में कहा कि कांग्रेस ने दलितों के लिए कोई भी कार्य नहीं किया जो न सिर्फ हास्यास्पद है बल्कि तथ्यात्मक रूप से भी असत्य एवं भ्रामक है।
प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता डॉ0 हिलाल अहमद ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि दलितों, शोषितों एवं पिछड़ों के लिए यदि किसी भी राजनैतिक दल ने कोई कार्य किया है तो वह सिर्फ और सिर्फ कंाग्रेस है। यह अत्यधिक अफसोस की बात है कि बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमों ने दलितों के लिए आज तक अपने घोषणापत्र में केाई भी वादा नहीं किया है। कांग्रेस पार्टी चुनौती देती है कि सुश्री मायावती ने यदि कोई भी कार्य दलितों के उत्थान के लिए किया हो तो वह उसका वर्णन करें, मात्र कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाकर वह इस बात से नहीं बच सकती हैं कि वह कभी भी दलित नेता के रूप में दलितों के उत्थान के लिए संसद में एक प्रश्न भी नहीं उठा पायीं।
यह कंाग्रेस पार्टी की ही सरकार थी जिसने जमींदारी प्रथा को समाप्त कर लाखों की संख्या में दलितों को जमीनें दीं। नौकरियों में उन्हें आरक्षण प्रदान किया। बजट में विशेष प्रावधान करके दलितों के लिए अलग व्यवस्था की। दलितों के विरूद्ध किये जाने वाले अपराधों में त्वरित कार्यवाही करने हेतु भारतीय दण्ड संहिता में संशोधन कर दलितों के विरूद्ध हो रहे तमाम अत्याचारों को रोका जिसको स्वयं सुश्री मायावती ने उ0प्र0 में अपनी सरकार में निष्प्रभावी बनाया और आज वह अपने आपको दलितों का हितैषी बताती हैं जो एक भद्दा मजाक है।
डॉ0 हिलाल अहमद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी आज शौर्य दिवस मनाकर डॉ0 भीमराव अम्बेडकर को एक बार पुनः अपमानित करने का कार्य कर रही है। यह कौन नहीं जानता है कि संविधान के निर्माण के कारण बाबा साहब के विरोध में उनके पुतले को रामलीला मैदान में आरएसएस ने फूंका था तथा संविधान का भी घोर विरोध किया था। आज भी भाजपा शासित प्रदेशों में दलितों के विरूद्ध लगातार हिंसक कार्यवाही हो रही है परन्तु भाजपा सरकार न तो इसे रोकने का प्रयास कर रही है और न ही दोषियों के विरूद्ध कोई भी कार्यवाही कर रही है।
प्रवक्ता ने कहा कि दलितों का जिस प्रकार से राजनैतिक दल विरोध कर रहे हैं उसको ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने दलितों की ‘शिक्षा-सुरक्षा-स्वाभिमान’ की लड़ाई लड़ने हेतु बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए पूरे प्रदेश में यात्राएं निकाल रही है तथा अपने घोषणापत्र में दलितों को 8 वचन प्रदान किये हैं तथा सौ वर्ष से दलितों के हित में चली आ रही अपनी इस लड़ाई को आगे बढ़ाया है।