उद्योग की जरूरत के मुताबिक कुशल श्रमिक तैयार करना बहुत ज़रूरी: ठा. श्रीश सिंह
लखनऊ: दीन दयाल अन्तयोदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के घटक कौशल प्रशिक्षण एवं सेवायोजन के अंतर्गत गुरुकुल शिक्षा एवं ग्रामीण विकास संस्थान ,लखनऊ द्वारा शिक्षित युवाओ को 06 माह का नि शुल्क कौशल प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को प्रशिक्षण के उपरांत प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम का आयोजन शहरी आजीविका केंद्र हुसैनाबाद में किया गया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ डूडा की शहर मिशन प्रबंधक इरम जै़दी, सचिव अनवर अब्बास, ने किया। श्री अब्बास ने बताया संस्थान द्वारा इस योजना के अंतर्गत रोजगार दिलाने और उनमें कौशल विकास के उद्देश्य को पूरा करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया ।
शहरी आजीविका केंद्र प्रभारी ठा. श्रीश सिंह ने कहा की रोजगार परक शिक्षा देश में बेरोजगारी को दूर करने के लिए और उद्योग की जरूरत के मुताबिक कुशल श्रमिक तैयार करने के लिए बहुत ही जरूरी है. लेकिन रोजगार परक शिक्षा की बुनियाद तभी बेहतर ढंग से तैयार होती है जब स्कूली शिक्षा के सभी स्तर में सुधार हो। प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर रोहित कुमार कश्यप ने कहा की रोजगार के लिए उपयुक्त कौशल प्राप्त करके ये युवा परिवर्तन के प्रतिनिधि हो सकते हैं। वे न केवल अपने जीवन को प्रभावित करने के काबिल होंगे बल्किी दूसरों के जीवन में भी बदलाव ला सकेंगे। इस कौशल से व्यक्ति स्वरोजगार के संसाधनों का विकास कर सकता है ताकि वह स्वावलंबी बन सके।
डालीगंज केंद्र प्रभारी कपिल गुप्ता ने कहा किसी भी देश के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए कौशल और ज्ञान दो प्रेरक बल हैं। वर्तमान वैश्विक माहौल में उभरती अर्थ व्यवस्था्ओं की मुख्य चुनौती से निपटने में वे देश आगे हैं जिन्होंने कौशल का उच्च स्तर प्राप्त कर लिया है। कार्यक्रम में रेड क्रॉस सोसाइटी के सदस्य रमन तलवाड़, अमित गुप्ता, शमीना बानो, नीरज कुमार, रजा अब्बास, मो. यावर उपस्थित थे ।