नोटबंदी-नगरोटा पर संसद में हंगामा, विपक्ष का वाक आउट
नई दिल्ली: लोकसभा में भी विपक्ष का हंगामा बुधवार को भी नहीं थमा जिसके चलते सदन की कार्यवाही को कल तक स्थगित कर दिया गया। मंगलवार को विपक्ष की मांग थी कि नोटबंदी पर चर्चा के दौरान पीएम मोदी सदन में मौजूद रहे। वहीं बुधवार को लोकसभा में विपक्ष ने जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में एक सैन्य शिविर पर हुए आतंकवादी हमले में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने की मांग की और सदन से वाकआउट किया। इस दौरान लोकसभा में पीएम मोदी मौजूद थे और सरकार ने विपक्ष के दोनों ही मुद्दों (नोटबंदी और नगरोटा में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने) पर बहस करने के लिए तैयार थी।
नगरोटा में शहीदों को सदन में श्रद्धांजलि देने पर अड़े विपक्ष को लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा, मैं हमेशा ही ऐसा करती हूं। चूंकि अभी सेना का तलाशी अभियान जारी है, ऐसे में पूरी जानकारी प्राप्त होने के बाद ही श्रद्धांजलि दी जाएगी और इसे विवाद का विषय नहीं बनाया जाना चाहिए।
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि जो भी सीमा पर शहीद हुए हैं, उन सभी को श्रद्धांजलि़ इस बात को ध्यान में रखा जाना चाहिए कि अभी वहां तलाशी अभियान जारी है। ऐसे में पूरी जानकारी आनी चाहिए। अनंत कुमार ने कहा कि यह कोई विवाद का विषय नहीं होना चाहिए। ऐसे संवेदनशील विषय पर विपक्ष को राजनीति नहीं करनी चाहिए।
विपक्षी सदस्यों ने हालांकि तत्काल श्रद्धांजलि देने की मांग करते हुए सदन से वाकआउट किया। इसके बाद अध्यक्ष ने प्रश्नकाल को आगे बढ़ाया और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय से जुड़ा एक प्रश्न लिया जिसका केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने जवाब दिया।
इस बीच कांग्रेस, तणमूल कांग्रेस और वाम दलों के सदस्य सदन में वापस लौट आए और नोटबंदी के मुद्दे पर अपनी मांग के समर्थन में नारेबाजी करने लगे। विपक्षी सदस्य अपनी मांग के समर्थन में नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए और नोटबंदी के खिलाफ तथा सरकार विरोधी नारे लगाने लगे।
विपक्षी सदस्य कार्य स्थगन नोटिस स्वीकार करने और नियम 56 के तहत नोटबंदी के मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। जबकि सरकार ने नियम 193 के तहत चर्चा कराने की बात कही है। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर लौट जाने को कहा लेकिन नारेबाजी जारी रही।